नयी दिल्ली: साउथ अफ़्रीका के स्पिन गेंदबाज़ इमरान ताहिर का शुमार वनडे और टी20 के बेहतरीन बॉलरों में होता है लेकिन अजीब विंडंबना है कि IPL नीलामी में उन्हें कोई क़द्रदान नही मिला। ताहिर की क़िस्मत अच्छी रही कि उन्हें पुणे की टीम में घायल तेज़ गेंदबाज़ मिचल मार्श की जगह मिल गई और आज हो सकता है कि उन्हें आज मुंबई के ख़िलाफ़ खेलने का मौक़ा भी मिल जाए।
ताहिर हाल ही में अच्छे फ़ार्म में रहे हैं। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ अपने आख़िरी टी20 मैच में उन्होंने 24 रन देकर 5 विकेट लिए थे। उनकी फ़ील्डिंग भी अब सुधर गई है।
IPL में बल्लेबाज़ सारा वक़्त शॉट खेलने की फ़िराक में रहते हैं। ज़ाहिर है ऐसे में वे टेस्ट और वनडे की तुलना में उतने चौकन्ने नहीं रहते और यही वजह है कि स्पिनर की विविधता परखने में चूक जाते हैं और विकेट दे जाते हैं। यहां लेग स्पिनर बहुत सफल रहते हैं।
खेल के सबसे छोटे फ़ॉर्मेट में कलाई से स्पिन करना वाले गेंदबाज़ों को विकेट मिलने की संभावना ज़्यादा रहती है क्योंकि वे हवा में बॉल को तेज़ी से छोड़ते हैं। अगर रिस्ट स्पिनर के पास टॉप स्पिन और गुगली हो तो वो बहुत ख़तरनाक बॉलर साबित हो सकता है।
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ताहिर भी कलाई से बॉल घुमाते हैं और उनके पास टॉप स्पिन और गुगली दोनों बॉले हैं। फिर क्या वजह है कि दिल्ली ने उन्हें अपनी टीम में नही रखा?
दिल्ली के सहायक कोच प्रवीण आमरे के अनुसार टीम को उनकी ज़रुरत नही थी। “हमारे पास अमित मिश्रा, जयंत यादव और एम. अश्विन जैसे सॉलिड स्पिनर्स हैं। पिछले साल मिश्रा ने सारे मैच खेले थे लेकिन हम ताहिर को टीम में जगह नहीं दे सके और इसीलिए हमने उन्हें छोड़ दिया।''
ताहिर ने 31 टी20 मैचों में 54 विकेट लिए हैं और उनका इकॉऩमी रेट 6.38 है।
दिल्ली का फ़ैसला कितना सही है ये तो समय बताएगा लेकिन इमरान ताहिर एक ऐसे स्पिनर हैं जो अपनी दम पर मैच का रुख़ बदल सकते हैं।