साल 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान टेस्ट सीरीज खेल रहा था। जिसमें ओवल में खेले जा रहे मैच में पाकिस्तान को बॉल टेम्परिंग करने के लिए 5 रन की पेनाल्टी लगाई थी। जिस पर उस समय पाक टीम के कप्तान रहे इंजमाम उल हक काफी नाराज थे और उन्होंने 10 से 15 मिनट तक खेलने से मना कर विरोध जताया था। इस तरह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 1814 टेस्ट मैच बाद किसी टीम पर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा था।
इस तरह पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने 15 साल बाद उस घटना को याद करते हुए अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि उन्होंने उस समय जो भी किया अपने देश के लिए किया।
गौरतलब है कि मैच इंजमाम का बतौर कप्तान मैच ना खेलने के फैसले से अंत हुआ। उनकी टीम चायकाल के बाद खेलने उतरी थी। जिसके बाद इंग्लैंड को पांच रन अवार्ड के रूप में दिए गए थे। जबकि पाकिस्तान को बॉल टेम्परिंग का दोषी ठहराया गया था।
इस तरह पाकिस्तान पर बॉल टेम्परिंग का आरोप मैदानी अंपायर डैरेल हायर ने लगाया था जिसे इंजमाम ने पकिस्तान से चिढ़ने वाला इंसान बताया। इंजमाम ने अपने चैनल पर इस घटना के बारे में कहा, "उसे ( अम्पायर ) को लगा बॉल टेम्परिंग हुई है उसने तुरंत इंग्लैंड को 5 रन पुरूस्कार स्वरूप दे दिए। जबकि आईसीसी के नियम के तरह आरोप सिद्ध होने पर ऐसा किया जाता है।"
जिस पर इंजमाम ने आगे कहा, "इसलिए मैं हायर के पास गया और देखना चाहा कि असल में गेंद के साथ क्या किया गया है। आईसीसी के नियम के तहत अंपायर खिलाड़ी को जानकारी देता है। अगर वह अपराधी होता है तब 5 रन दिए जाते हैं। लेकिन मुझे इसके बारे में कुछ नहीं पता था।"
इंजमाम ने आगे इसका विरोध जताने के बारे में कहा, "उसके बाद मैंने निश्चय किया कि मैं इस तरह टीम की कप्तानी नहीं कर सकता हूँ। हमने 15 से 20 मिनट तक इंतज़ार किया और सभी को अपना विरोध जताया। जबकि हायर ने भी मैदान में आने से मना कर दिया था। हलांकि बाद में फैसला अंपायर के हक़ में गया क्योंकि वे सभी आईसीसी के द्वारा मैच में रखे जाते हैं।"