नयी दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच तुषार अरोठे ने टीम की कुछ स्टार खिलाड़ियों के साथ मतभेदों के बाद अपना पद छोड़ दिया। खिलाड़ी उनके ट्रेनिंग के तरीके का विरोध कर रहीं थीं।
प्रशासकों की समिति (सीओए) के कार्यकाल में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब किसी राष्ट्रीय कोच ने खिलाड़ियों के विद्रोह के बाद पद छोड़ा है। पिछले साल पुरूष टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने भी कप्तान विराट कोहली के साथ मतभेदों के बाद पद छोड़ दिया था।
बीसीसीआई ने कहा,‘‘बीसीसीआई ने मंगलवार को भारतीय महिला टीम के कोच तुषार अरोठे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। अरोठे ने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा देने की बात कही है और भारतीय महिला क्रिकेट टीम के साथ काम करने का मौका देने के लिए बीसीसीआई का आभार जताया।’’
हालांकि बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि काफी प्रभाव रखने वाले कुछ सीनियर खिलाड़ी चाहते थे कि उन्हें तत्काल हटाया जाए और इस वजह से अरोठे इस्तीफा देने पर मजबूर हुए।
घटनाक्रम से वाकिफ अधिकारी ने पहचान सार्वजनिक ना करने की शर्त पर कहा, ‘‘सीनियर खिलाड़ियों के साथ सीओए की पिछली बैठक के बाद यह करीब करीब तय हो गया था। बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी , महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम और सीईओ राहुल जौहरी भी बैठक में मौजूद थे। खिलाड़ी, चयनकर्ता यहां तक कि टीम प्रबंधक ने उनके कोचिंग के तरीकों को लेकर शिकायत की थी।’’
घटनाक्रम में कुछ सीनियर खिलाड़ियों के अहम भूमिका निभाने के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा, ‘‘हां, वे उनके खिलाफ थे।’’
सीओए की सदस्य और भारतीय टीम की पूर्व कप्तान डायना एडुलजी इस समय महिला क्रिकेट को लेकर अहम फैसले ले रही हैं।
जहां बीसीसीआई ने सीनियर खिलाड़ियों के नामों का खुलासा नहीं किया वहीं समझा जाता है कि बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों ने जब वनडे की कप्तान मिताली राज और टी 20 की कप्तान हरमनप्रीत कौर से प्रतिक्रियाएं मांगी थी तब उन्होंने अरोठे की कोचिंग शैली को लेकर नकारात्मक रूख अपनाया था।
अधिकारी ने नये कोच के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘हम दोबारा विज्ञापन जारी करेंगे और उसके बाद साक्षात्कार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।''