बेहतरीन फॉर्म में चल रही स्मृति मंदाना से मिली शानदार शुरूआत के बाद कप्तान मिताली राज की धैर्यपूर्ण पारी और दीप्ति शर्मा के नाबाद अर्धशतक के दम पर भारतीय महिला टीम ने तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में इंग्लैंड को 28 गेंद शेष रहते हुए आठ विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से अपने नाम की। भारत की इस जीत में गेंदबाजों ने भी अहम भूमिका निभाई जिन्होंने इंग्लैंड को निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट पर 201 रन ही बनाने दिये। इंग्लैंड की पारी का आकर्षण विकेटकीपर बल्लेबाज एमी जोन्स 94 रन की पारी रही। उनके अलावा कप्तान हीथर नाइट ने 36 रन का योगदान दिया। भारत के लिये दीप्ति शर्मा, झूलन गोस्वामी, राजेश्वरी गायकवाड़ और पूनम यादव ने दो -दो विकेट लिए।
भारत की शुरूआत अच्छी नहीं रही लेकिन मंदाना ने एक छोर संभाले रखा। बाएं हाथ की इस बल्लेबाज ने रिटायर्ड हर्ट होने से पहले 53 रन की शानदार पारी खेली जबकि मिताली (नाबाद 74) ने अपने करियर का 50वां वनडे अर्धशतक पूरा किया। दीप्ति (नाबाद 54) ने छक्का जड़कर अपना नौवां अर्धशतक पूरा करने के साथ ही भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया। भारत ने 42.2 ओवर में दो विकेट पर 202 रन बनाए। भारतीय टीम के लिए यह जीत इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और फिर त्रिकोणीय श्रृंखला में उसका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था।
भारत की श्रृंखला में जीत की नायिका निश्चित तौर पर स्मृति मंदाना रही जिन्होंने तीन मैचों में 181 रन बनाये। उन्हें श्रृंखला की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। दीप्ति को मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार मिला। भारत के सामने बड़ा लक्ष्य नहीं था लेकिन उसने जेमिमा रोड्रिग्स (दो) औ वेदा कृष्णमूर्ति (सात) के विकेट जल्दी गंवा दिए। इन दोनों को अन्या श्रबसोले (37 रन देकर दो विकेट) ने आउट किया। भारत का स्कोर जब दो विकेट पर 99 रन था तब मंदाना को अस्वस्थता के कारण क्रीज छोड़नी पड़ी।
उन्होंने अपनी पारी में 67 गेंदें खेली तथा छह चौके लगाये। दीप्ति ने हालांकि मिताली का अच्छा साथ दिया। मिताली ने स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया जबकि दीप्ति ने कुछ करारे शाट भी जमाये। मिताली ने अपनी 124 गेंदों की पारी में नौ चौके लगाये जबकि दीप्ति ने 61 गेंदें खेली तथा नौ चौके और एक छक्का जमाया। इससे पहले इंग्लैंड की पारी जोन्स के इर्द गिर्द घूमती रही जिन्होंने अपने करियर का पहला अर्धशतक जमाया। वह पारी की गेंद पर रन आउट हुई। उन्होंने अपनी पारी में 119 गेंदें खेली तथा सात चौके और एक छक्का लगाया। भारत ने पहला वनडे एक विकेट से जीता था लेकिन दूसरे मैच में उसे आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।