दिल्ली। बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी यूनिट (एसीयू) प्रमुख अजीत सिंह ऑनलाइन भष्ट पेशकश के खतरे से ज्यादा चिंता नहीं है क्योंकि उनका कहना है कि भारतीय खिलाड़ी फिक्सिंग करने वालों के काम करने के तरीके से भली भांति वाकिफ हैं और कुछ भी संदिग्ध होने पर वे तुंरत इसकी रिपोर्ट करेंगे। आईसीसी एसीयू प्रमुख एलेक्स मार्शल ने ‘द गार्डियन’ को दिये साक्षात्कार में कहा कि इस लंबे लॉकडाउन में और खिलाड़ियों के विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म के इस्तेमाल से भ्रष्टाचार की पेशकश की जा सकती है और लोगों को इससे सतर्कता से निपटना होगा।
सिंह ने कहा कि बीसीसीआई एसीयू पूरी तरह नियंत्रण में है। इस अनुभवी आईपीएस अधिकारी ने पीटीआई से बातचीत में कहा,‘‘हमने अपने खिलाड़ियों को अच्छी तरह समझाया है कि लोग आपसे किस तरह पेशकश कर सकते हैं और सोशल मीडिया के जरिये उनका काम करने का तरीका क्या है। हमने उन्हें कहा है, देखिये इस तरह से संभावित फिक्सर और सट्टेबाज आपसे पेशकश करेंगे।’’
उन्होंने कहा,‘‘वे आपसे ऐसे व्यवहार करेंगे जैसे कि वे आपके प्रशंसक हो और वे किसी के जरिये आपसे मिलने की कोशिश करेंगे जो शायद आपका जानने वाला हो।’’
उन्होंने कहा,‘‘जब भी ऐसा कछ होता है तो ज्यादातर (भारतीय खिलाड़ी) हमें इसकी रिपोर्ट करते हैं कि मुझसे किसी ने संपर्क करने की कोशिश की।’’
ज्यादातर शीर्ष खिलाड़ियों के लाखों प्रशंसक हैं और ये खिलाड़ी भी ऑनलाइन काफी सक्रिय हैं जो ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक लाइव पर सवाल जवाब सत्र करते हैं। तो क्या बीसीसीआई की एसीयू टीम ‘ऑनलाइन कंटेट’ पर निगाह रखती है? तो उन्होंने कहा, ‘‘जिसकी भी ऑनलाइन निगाह रखी जा सकती है, हम ऐसा करते हैं। लेकिन निश्चित रूप से लॉकडाउन के समय में जाकर वेरिफिकेशन करना और स्थान की जांच करना संभव नहीं हो सकता।’’
उन्होंने कहा,‘‘लेकिन अगर कुछ भी हमारी निगाह में आता है तो यह स्वत: ही हमारे डाटाबेस में चला जाता है और जब लॉकडाउन खत्म होगा, और अगर जरूरत होगी तो हम इनकी वेरिफिकेशन करेंगे।’’