नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज हेनरी निकोल्स ने भारतीय तेज गेंदबाजों को क्षमता के मामले में अपने देश के विश्व स्तरीय स्विंग गेंदबाजों के बराबर करार देते हुए कहा कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में उन्हें रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा की स्पिन गेंदबाजों की जोड़ी से होने वाले खतरे को लेकर ज्यादा फिक्र है। भारत और न्यूजीलैंड की टीमें डब्ल्यूटीसी के पहले फाइनल में साउथम्पटन के एजिस बाउल मैदान पर भिड़ेंगी। इसकी पिच आम तौर पर स्पिनरों के लिए मददगार होती है।
टेस्ट में शानदार लय में चल रहे ब्लैक कैप्स (न्यूजीलैंड पुरूष क्रिकेट टीम) के इस खिलाड़ी ने पीटीआई-भाषा को दिये साझात्कार में कहा, ‘‘ भारत के पास बहुत अच्छा तेज आक्रमण है और उनके पास अश्विन तथा जडेजा जैसे अनुभवी स्पिनर भी हैं। वे दुनिया भर में अच्छा क्रिकेट खेले है और उनकी गेंदबाजी शानदार है।’’ अगर चोट की कोई शिकायत नहीं हुई तो 18 जून से शुरू होने वाले मुकाबले के लिए भारतीय टीम तेज गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी की तिकड़ी के साथ उतर सकती है।
उन्होंने कहा, ‘‘ जसप्रीत बुमराह और ईशांत शर्मा के साथ मोहम्मद शमी ने पिछले कुछ वर्षों में अपने कौशल का लोहा मनवाया है जो हमारे तेज गेंदबाजों (ट्रेन बोल्ट, टिम साउथी और नील वैगनर) के समान है। हमें अपने गेंदबाजों पर वास्तव में गर्व है।’’ न्यूजीलैंड के लिए 37 टेस्ट में 43 की औसत से रन बनाने वाले 29 साल के इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ ऐसे में अगर आप उस तरह की गेंदबाजी का सामना कर रहे हैं, तो यह एक रोमांचक चुनौती है। एक टीम के रूप में हमें उम्मीद है कि यह मुश्किल होगा लेकिन हम चुनौती के लिए तैयार है।’’ टीम के उनके साथी डेवोन कॉनवे ने अभ्यास के दौरान पिच पर मिट्टी का बुरादा डाला था और निकोल्स ने उनकी इस रणनीति का समर्थन करते हुए कहा कि वे एक ‘तटस्थ स्थल’ पर खेलेंगे जहां स्पिनरों को मदद मिलती है।
उन्होंने कहा, ‘‘ इंग्लैंड आने से पहले हमने शिविर में यही प्रयोग किया था। इससे हम अधिक स्पिन लेने वाली गेंदों के खिलाफ अभ्यास करने में सफल रहे। इसलिए तटस्थ स्थान पर खेलते हुए हमें यह देखने की जरूरत है कि वहां के विकेट कैसे होंगे। हमें इसके साथ ही अश्विन और रवि जडेजा की गेंदबाजी के खिलाफ तैयार रहने की जरूरत है।’’ निकोल्स न्यूजीलैंड की उस टीम का हिस्सा थे जिसने 2020 की शुरुआत में दो घरेलू टेस्ट में भारत को तीन दिनों के भीतर हरा दिया। टीम को डब्ल्यूटीसी के फाइनल में इससे अत्मविश्वास मिलेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह एक रोमांचक चुनौती है क्योंकि आखिरकार हम तटस्थ स्थान पर टेस्ट मैच खेलेंगे। इससे दोनों टीमों के लिए परिस्थितियां एक समान होगी। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने उन्हें एक सत्र पहले (2019-20) 2-0 से हराया। लेकिन हम जानते हैं और स्वीकार करते हैं कि यह एक अलग तरह की चुनौती है। एक समूह के रूप में हम भारत के खिलाफ उस श्रृंखला में जीत से हमारा आत्मविश्वास काफी बढ़ा है। जाहिर है, नंबर एक और दो का फाइनल खेलना भी एक चुनौती है।’’
पिछले तीन टेस्ट (चार पारियों) में दो शतक और एक अर्धशतक लगाने वाले निकोल्स ने कहा, ‘‘ यह अच्छा है कि मैं कुछ बड़ी पारियां खेल पाया। इससे एक सत्र पहले भी मैं अच्छा खेल रहा था लेकिन उसे बड़ी पारी में बदलने मे नाकाम रहता था। पिच पर थोड़ा समय बिताने के बाद मेरी कोशिश लंबी पारी खेलने की होती है। गर्मी के सत्र में कुछ पारियों में ऐसा करने की खुशी है। कुछ टेस्ट मैचों में जीत से उसे अच्छा योगदान माना जाएगा।