इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ियों और सहयोगी कर्मियों के कोरोनावायरस के लिये पॉजिटिव पाये जाने के कारण उसकी एकदिवसीय टीम के पृथकवास पर चले जाने के बावजूद पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिये ब्रिटिश दौरे पर गये भारतीय क्रिकेटरों का 20 दिन का अवकाश जारी रहेगा और इनमें से कुछ को बुधवार को कोविड-19 का दूसरा टीका लगाया जाएगा। इंग्लैंड में कोविड-19 के नये मामले लगातार बढ़ रहे हैं और ऐसे में भारत के सभी खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के सदस्यों पर सात और नौ जुलाई को दूसरा टीका लगाया जाएगा। भारतीय खिलाड़ियों को कोविशील्ड का पहला टीका पहले ही लग चुका है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के सूत्रों ने बताया, "अधिकतर खिलाड़ी लंदन और आसपास के इलाकों में ही छुट्टी मना रहे हैं। जिन खिलाड़ियों को भारत में कोविशील्ड का पहला टीका लगा था वे अब दूसरा टीका लेने के लिये तैयार हैं।"
भारतीय खिलाड़ियों का पूर्ण टीकाकरण बेहद आवश्यक बन गया है क्योंकि इंग्लैंड टीम में वायरस के कई मामले सामने आये हैं। भारत और इंग्लैंड के बीच बहु प्रतीक्षित श्रृंखला चार अगस्त से नाटिंघम में शुरू होगी।
इंग्लैंड के तीन खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के चार सदस्यों का श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला समाप्त होने के 48 घंटे बाद कोरोना वायरस के लिये किया गया परीक्षण पॉजिटिव आया है। इन सदस्यों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। इंग्लैंड को इस कारण पाकिस्तान के खिलाफ आगामी वनडे श्रृंखला के लिये बेन स्टोक्स की अगुवाई में पूरी नयी टीम का चयन करना पड़ा। भारतीय खिलाड़ी 14 जुलाई को लंदन में एकत्रित होंगे जहां से वे दो सप्ताह के अभ्यास शिविर तथा ‘सलेक्ट काउंटी इलेवन’ के खिलाफ प्रथम श्रेणी मैच के लिये डरहम जाएंगे।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, "हम स्थिति से अवगत हैं। यदि मौजूदा स्वास्थ्य सुरक्षा दिशानिर्देशों में कोई परिवर्तन होता है तो ईसीबी (इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड) और स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी हमें उसे उपलब्ध कराएंगे और उसका कड़ाई से पालन किया जाएगा।"
उन्होंने कहा, "लेकिन अभी हमें कुछ नहीं बताया गया है। खिलाड़ियों को अभी अपना अवकाश बीच में खत्म करने के लिये नहीं कहा गया है।"
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अभी अधिकतर खिलाड़ी लंदन या उसके आसपास के इलाकों में हैं तथा अपने परिवारों के साथ समय बिता रहे हैं। कुछ ग्रामीण इलाकों में भी गये हैं। खिलाड़ियों के लंदन में इकट्ठा होने के बाद उनका फिर से परीक्षण किया जा सकता है और उसके बाद ही उन्हें जैव सुरक्षित वातावरण में प्रवेश की अनुमति दी जा सकती है। इंग्लैंड में डेल्टा-3 के मामलों में बढ़ोतरी देखी गयी है। इंग्लैंड की मूल वनडे टीम के सभी खिलाड़ियों का पूर्ण टीकाकरण नहीं हुआ है।