2018 का साल बस खत्म होने को ही है और भारतीय क्रिकेट टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही है। इस सीरीज में भारतीय टीम काफी उम्दा परफॉर्म कर रही है और इस बार भारत के पास ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका भी है।
इस साल भारतीय टीम ने देश से ज्यादा विदेशी धरती पर मैच खेले और विराट कोहली की कप्तानी में टीम ने बीते कई वर्षों के मुकाबले काफी अच्छा परफॉर्म किया, कई बार रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने बड़े टूर्नामेंट जीते। आइए एक निगहा डालते हैं भारत के पूरे 2018 के सफर पर-
साउथ अफ्रीका दौरा
भारत ने इस साल की शुरुआत साउथ अफ्रीका के खिलाफ उसी की सरजमी पर टेस्ट सीरीज खेलकर की। यह सीरीज भारत ने 2-1 से जरूर गंवाई, लेकिन इसके बाद 6 मैच की वनडे सीरीज में भारत ने मेजबानों को 5-1 और तीन मैच की टी20 सीरीज में 2-1 से मात दी। 26 साल में पहली बार भारत ने साउथ अफ्रीका को उसी की सरजमीं पर को द्वीपक्षिय सीरीज हराई थी।
निदहार ट्रॉफी
इसके बाद भारतीय टीम ने निदहार ट्रॉफी खेली जिसमें कोहली की जगह कप्तानी की कमान रोहित शर्मा ने संभाली। मार्च में खेले गए इस टूर्नामेंट को भारत ने फाइनल में बांग्लादेश को हराकर अपने नाम किया। बांग्लादेश के खिलाफ हुए इस फाइनल मुकाबले में दिनेश कार्तिक आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर जीत के हिरो बने।
अफगानिस्तान के खिलाफ एतिहासिक टेस्ट मैच
भारतीय टीम ने अफानिस्तान के खिलाफ 14 से 18 जून के बीच एतिहासिक टेस्ट मैच खेला था। इस मैच में भारतीय टीम की कप्तानी अजिंक्य रहाणे ने संभाली थी और भारत ने इस टेस्ट मैच में अफगानिस्तान को एक इनिंग और 262 रनों से मात दी थी।
यूके दौरा
जून-जुलाई में भारत ने यूके का दौरा किया। यहां भारत ने पहले आयरलैंड के खिलाफ 2 मैचों की टी20 सीरीज खेली थी जिसे भारत ने 2-0 से अपने नाम किया था। इस सीरीज में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के अंगूठे में चोट लगी थी।
इसके बाद भारतीय टीम इंग्लैंड गई जहां भारत ने इंग्लैंड से 2-1 से टी20 सीरीज जीती और फिर इसी आंकड़े से उन्होंने वनडे सीरीज गंवाई भी। इसके बाद भारत और विराट कोहली की बल्लेबाजी की अग्नि परीक्षा टेस्ट सीरीज की थी। विराट कोहली तो इस परीक्षा में पास हो गए, लेकिन भारतीय टीम फेल हो गई। नतीजा यह रहा भारत ने यह टेस्ट सीरीज 4-1 से गंवाई, लेकिन सीरीज के कुछ ऐसे मैच थे जहां भारत जीत सकता था।
7वीं बार एशिया कप जीता
इंग्लैंड दौरे के बाद भारतीय टीम ने यूएई में एशिया कप खेला जहां कोहली को एक बार फिर आराम दिया गया और कप्तानी रोहित शर्मा को सौंपी गई। एशिया कप से पहले कहा जा रहा था कि कोहली के बिना भारतीय टीम पाकिस्तान के सामने फीकी नजर आएगी, लेकिन टूर्नामेंट के दौरान भारतीय टीम के आगे एक बार फिर पाकिस्तान की चमकान फीकी पड़ी और भारत ने उन्हें दोनों मुकाबलों में मात दी। यह टूर्नामेंट भारत ने 7वीं बार अपने नाम किया।
दीवाली बोनस बनकर आई वेस्टइंडीज
इसके बाद भारत ने अपनी सरजमीं पर पहली सीरीज वेस्टइंडीज से अक्टूबर में खेली। भारत ने पहले टेस्ट सीरीज में मेहमानों को दोनों एकतरफा मुकाबले हराए। इस सीरीज में डेब्यूटन पृथ्वी शॉ ने जमकर अपनी बल्लेबाजी के जलवे बिखेरे। इसके बाद वनडे सीरीज में वेस्टइंडीज ने भारत को टक्कर तो दी, लेकिन वह यह सीरीज 3-1 से हारे। इसके बाद टी20 की चैंपियन माने जाने वाली यह टीम भारत के आगे घुटने टेकती दिखी और 3-0 से उन्होंने टी20 सीरीज भी हारी।
ऑस्ट्रेलिया दौरे से आस
भारती टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही है। सीरीज का पहला मैच जीतकर भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने की उम्मदी तो जताई, लेकिन दूसरी ही टेस्ट में मात देकर मेजबानों ने उन्हें मुंह तोड़ जवाब दिया। अब तीसरे टेस्ट मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर मजबूत पकड़ बना रखी है। खबर लिखे जाने तक भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से 346 रन आगे है। उम्मीद है भारत इस मैच को जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बना लेगा।