मिशन वेस्टइंडीज पर 2 टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच के लिए आर. आश्विन को नहीं खिलाया गया तो कई क्रिकेट पंडितों और दिग्गजों ने कप्तान विराट कोहली के इस निर्णय की जमकर आलोचना की। उमकी जगह टीम में हरफनमौला खिलाड़ी रवीद्र जडेजा को खिलाया गया था। जिन्होंने पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन अपने बल्ले से सभी आलोचकों करार जवाब दे दिया है।
वेस्टइंडीज के एंटिगा में स्थित विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में खेलें जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन रवीन्द्र जडेजा ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ खेलते हुए अपने करियर का 11वां अर्धशतक जड़ा। जिसके दमपर भारत ने वेस्टइंडीज के सामने पहली पारी में चुनौतीपूर्ण 297 रन बनाए। ऐसे में जडेजा की पिछली 8 पारियों में ये चौथी अर्धशतकीय पारी थी। जिसको भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी सराहा।
सोनी टेन 1 चैनल से बातचीत के दौरान गावस्कर ने कहा, "टीम इंडिया के लिए सबसे अच्छी बात ये है की जडेजा खुद को एक सीरियस बल्लेबाज के रूप में ज्यादा देखने लगे हैं। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में तीन तिहरे शतक मारे हैं। वो काफी फ़्लैट पिच वाले राज्य गुजरात से आते हैं। टीम इंडिया में वो नंबर 8 पर आते हैं और नंबर 8 पर उन्हें कोई सीरीयस बल्लेबाज नहीं मानता है। उन्हें गेंदबाज के रूप में देखते हैं।"
गावस्कर ने आगे मैच में भारत की स्थिति को देखते हुए कहा, "जिस तरह की स्थिति थी उससे जडेजा ने खुद को एक बल्लेबाज के रूप में अप्लाई किया। भारतीय क्रिकेट के लिए ये अच्छी बात है। उन्हें एक बल्लेबाज के तौर पर खुद के रोल को समझना चाहिए।"
आपको बता दें कि मैच में एक समय 8 ओवर के भीतर भारत के तीन विकेट गिर गए थे। जिसमें कप्तान विराट कोहली, चेतेश्वर उजारा सस्ते में आउट होकर पवेलियन जा चुके थे। इसी बीच अजिंक्य रहाणे ने 81 रनों की पारी के साथ-साथ के. एल. राहुल और हनुमां विहारी के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। जबकि अंत में जडेजा ने 58 रनों की पारी खेलकर टीम इंडिया के टोटल को 300 के करीब पहुंचाया।