मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मैच में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को मात देकर तीन मैचों की टी20 सीरीज पर कब्ज़ा किया। जिसमें भारत की तरफ से टॉप आर्डर के तीनों बल्लेबाजों ने 70 या उससे अधिक रन की आतिशी पारी खेली। इस तरह ऐसा पहली बार हुआ जब किसी टी20 मैच में तीन बल्लेबाजों ने 70 या उससे अधिक रन बनाए। हालांकि ये तीनो बल्लेबाज टीम इंडिया की तरफ से कप्तान कोहली 70 नाबाद, उपकप्तान रोहित 71 तो के. एल. राहुल ने 91 सबसे ज्यादा रनों की पारी खेली।
वहीं मैच की बात करें तो वेस्टइंडीज के टॉस जीतने के बाद भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 3 विकेट के नुकसान पर 240 रन बनाए थे। इस लक्ष्य का वेस्टइंडीज की टीम निर्धारित 20 ओवर में मात्र 8 विकेट के नुकसान पर मात्र 173 रन ही बना पाई। जिसमें कप्तान कीरोन पोलार्ड ने जररू अर्धशतकीय पारी खेल टीम की जीत की आस जगाई थी।
ऐसे में मैच के साथ सीरीज जीतने के बाद प्रेसवार्ता में आए के. एल. राहुल ने अपनी निर्भीक बल्लेबाजी के बारे में कहा, "मैं उस स्टेज में नहीं हूं जहां मुझे इस बात की चिंता है कि क्या मैं अगले टूर्नामेंट में खेल पाऊंगा या नहीं। मैं अपनी टीम के लिए मैच जीतना चाहता हूं और मैच में ही रहकर अपनी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाता हूं।"
इतना ही नहीं मुंबई की पिच पर गेंद बाउंस अच्छा था और गेंद आसानी से बल्ले पर आ रही थी। जिसके बारे में राहुल ने कहा, "मुझे वानखेड़े में खेलना बहुत पसंद है। कोई भी विकेट जिसमें गति और उछाल है, बल्लेबाजों के लिए अच्छा है। वानखेड़े एक ऐसा मैदान है, जहां हमें अपने शॉट्स खुलकर खेलने को मिलते हैं। यहाँ के फैंस भी काफी शानदार हैं।"
गौरतलब है कि टीम इंडिया अपना पिछला और सीरीज का दूसरा मैच पहले बल्लेबाजी करते हुए हारी थी। इतना ही नहीं टीम इंडिया का रिकॉर्ड भी पहले बल्लेबाजी करते हुए काफी खराब हैं। ऐसे में वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के निर्णायक मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए जीत दर्ज करने पर सलामी बल्लेबाज राहुल ने कहा, "हमें जब भी बल्लेबाजी करनी हो या पारी की शुरुआत करनी हो उसे साथ-साथ हम पहले बल्लेबाजी करने पर भी काम कर रहे हैं। हमारे द्वारा खेले जाने वाले प्रत्येक मैच में यह हमारे लिए अच्छी सीख है। हमें पहले बल्लेबाजी करने का मौका मिलता है, हम कुछ नया सीखते हैं। आज का दिन हम सभी के लिए अच्छा आत्मविश्वास बढ़ाने वाला था। हमने बहुत सारी चीजें सही और उम्मीद के साथ कीं, हम आगे भी ऐसा जारी रख सकते हैं।"
वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के अंतिम मैच में 56 गेंदों में 91 रन की धाकड़ पारी खेलने के कारण राहुल को 'मैंन ऑफ़ द मैच' चुना गया। ऐसे में अपनी बल्लेबाजी के बारे में राहुल ने कहा, "टीम के अंदर और बाहर जाना किसी भी खिलाड़ी के लिए कभी आसान नहीं होता। आपको अंतरराष्ट्रीय दबाव के साथ तालमेल बिठाने में थोडा समय लगता है और कोई भी ऐसी विरोधी टीम नहीं है जिसके खिलाफ आप रन नहीं बना सकते हैं। मेरी प्रक्रिया यही है कि मुझे मैच में रहना है और अपना बेस्ट देना है। टीम से बाहर वापस जाकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने से आत्मविश्वास हासिल हुआ जिससे काफी मदद मिली।
बता दें कि विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज पाने नाम कर ली है। जिसके बाद इन दोनों टीमों के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जानी है। जो चेन्नई के मैदान पर 15 दिसंबर से शुरू होगी।