नवाबों का शहर लखनऊ एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी के लिए तैयार है। लखनऊ में भले ही सालों से क्रिकेट मैच ना खेले जा रहे हों लेकिन लखनऊ की जनता का क्रिकेट प्रेम किसी से छिपा नहीं है। लेकिन अब 24 साल के बाद लखनऊ की जनता को अपने घर पर मैच देखने का मौका मिलेगा। लखनऊ में आखिरी बार कोई मैच साल 1994 में हुआ था। आप शायद ही जानते हों कि लखनऊ में पहले भी मैच होते रहे हैं और तब ये मैच केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित होते रहे हैं। लेकिन अब इकाना में होने वाला मैच लखनऊ के क्रिकेट प्रेमियों के लिए बहुत यादगार लम्हा होगा।
Highlights
- इकाना क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा पहला अंतरराष्ट्रीय मैच
- लखनऊ में 24 साल के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी
- साल 1994 में आखिरी बार लखनऊ में कोई मैच खेला गया था
इकाना क्रिकेट स्टेडियम की क्षमता: इकाना क्रिकेट स्टेडियम को भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम कहा जा रहा है। इकाना में दर्शकों की क्षमता 50,000 है जो कि कोलकाता के ईडन गार्डन्स के बाद सबसे ज्यादा है। इकाना को बेहद ही खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियम कहा जा रहा है और जब भारत और वेस्टइंडीज की टीमें 6 नवंबर को इस मैदान पर उतरेंगी तो लखनऊ क्रिकेट के लिए ये मौका ऐतिहासिक हो जाएगा।
लखनऊ का क्रिकेट इतिहास: लकनऊ में पहली बार कोई मैच साल 1952-52 में पाकिस्तान के भारत दौरे के दौरान हुआ था। भारत और पाकिस्तान के बीच ये मैच लखनऊ यूनिवर्सिटी ग्राउंड में खेला गया था। इस मैच में पाकिस्तान ने भारत को एक पारी और 44 रन से हरा दिया था। इसके बाद लखनऊ में पहला वनडे मैच केडी सिंह बाबू स्टेडियम में पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच खेला गया। साल 1989 के एमआरएफ वर्ल्ड सीरीज के इस मैच में पाकिस्तान ने श्रीलंका को हरा दिया था।
साल 1994 में लखनऊ को तीसरी बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी का मौका मिला और इस बार श्रीलंका के भारत दौरे के दौरान केडी सिंह बाबू स्टेडियम में टेस्ट मैच का आयोजन किया गया। इस मैच को भारत ने एक पारी और 119 रनों से जीत लिया था।
इसके अलावा लखनऊ में महिला क्रिकेट मैच भी होते रहे हैं। लखनऊ में साल 1976 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहला महिला टेस्ट खेला गया था और इसके बाद लखनऊ में आखिरी टेस्ट 14 जनवरी, 2002 को खेला गया था। ये दोनों ही मैच बराबरी पर खत्म हुए थे। लखनऊ में 1995 से 2002 के बीच महिलाओं के बीच 8 वनडे मैच भी खेले जा चुके हैं। साफ है कि इस बार लंबे समय के बाद लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो रही है और हर कोई इस लम्हे को सबसे खास और यादगार बनाना चाहेगा।