मुफ्त टिकटों के बंटवारे को लेकर मध्यप्रदेश क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) से गहरे मतभेदों के बाद बीसीसीआई ने 24 अक्टूबर को भारत और वेस्टइंडीज के बीच होने वाले दूसरे वनडे मैच की मेजबानी इंदौर से छीनकर विशाखापत्तनम को दे दी। अब खबरें आ रही हैं कि मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में और पुणे में होने वाले वनडे मैचों पर भी संकट मंडरा रहा है।
दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वानखेड़े स्टेडियम और पुणे में होने वाले वनडे मैचों के आयोजन को लेकर भी क्रिकेट संघों ने कॉम्पलिमेंट्री टिकट पर आपत्ति जताई है। गौरतलब है कि बीसीसीआई में प्रशासकों की समिति (सीओए) की कॉम्पलिमेंट्री टिकटों को लेकर नई पॉलिसी पर कुछ राज्य क्रिकेट संघ अपना विरोध जता चुके हैं।
पुणे में 27 अक्टूबर को तीसरा और वानखेड़े में 29 को चौथा वनडे मैच खेला जाना है। द मिरर की रिपोर्च के मुताबिक जहां महाराष्ट्र क्रिकेट संघ मैच आयोजित करने को पूरी तरह राजी है तो मुंबई क्रिकेट संघ (वानखेड़े मैच) कॉम्पलिमेंट्री टिकटों की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहा है। खबर के मुताबिक महाराष्ट्र क्रिकेट संघ ने बीसीसीआई से 10 करोड़ रुपये की एडवांस राशि जारी करने की मांग की है।
कई राज्य इकाईयों की तरफ से मानार्थ टिकटों की संख्या को लेकर अंसतोष जताये जाने के बाद प्रशासकों की समिति (सीओए) ने शनिवार को हुई बैठक में 600 अतिरिक्त मानार्थ टिकट मेजबान इकाई को देने का फैसला किया।
वहीं खबरों की मानें तो मुंबई क्रिकेट संघ के एक अधिकारी ने दावा किया कि कॉम्पलिमेंट्री टिकटों की संख्या को लेकर एसोसिएशन ने बीसीसीआई को कहा है, 'हमें मैच आयोजित करने के लिए कम से कम 7 हजार कॉम्पलिमेंट्री टिकटों की जरूरत है। बीसीसीआई के कोटा के बाद, हमें 600 पास और मिलेंगे लेकिन इससे संख्या 4 हजार पहुंचेगी और हमें 7000 चाहिएं।'
बता दें कि नये संविधान के अनुसार 90 प्रतिशत टिकट आम जनता के लिये और केवल 10 प्रतिशत ही मानार्थ टिकट मेजबान संघ के लिये जारी किये जाते हैं। बीसीसीआई के पास अपने प्रायोजकों और प्रशासकों के लिये अनिवार्य पांच प्रतिशत मानार्थ टिकट होते थे। मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ ने इसी कारण 24 अक्टूबर को इंदौर वनडे की मेजबानी करने में इनकार कर दिया था। बंगाल क्रिकेट संघ और तमिलनाडु क्रिकेट संघ ने भी कहा था कि अगर यही इंतजाम रहता है तो वे भी मैचों की मेजबानी नहीं कर पायेंगे।