पुणे। पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज से बाहर किए गए पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने यहां महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे वनडे मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक अद्भुत कैच लपकर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया है। दरअसल भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने तीसरे वनडे मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम मे शानदार शुरुआत की। पावर प्ले से शुरुआती 5 ओवरों में टीम को कोई विकेट नहीं मिला। लेकिन छठे ओवर में धोनी ने अपने कमाल से न केवल बेहतरीन कैच लपका बल्कि टीम को पहली सफलता दिलाई। दरअसल पारी का छठा ओवर लेकर आए जसप्रीत बुमराह अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे। लेकिन चंद्रपॉल हेमराज ने ओवर की तीसरी और चौथी गेंद पर चौका और छक्का जड़ दिया। इसी ओवर की पांचवी गेंद पर भी हेमराज बड़ा शॉट खेलना चाहते थे लेकिन गेंद बल्ले का किनारा लेकर काफी ऊंची चली गई।
गेंद फाइन लेग पर गिरने वाली थी जहां पर कोई भी फील्डर नहीं था। लेकिन धोनी ने बिजली की रफ्तार में किसी शेर की तरह विकटों के पीछे से दौड़ लगाते हुए कैच लपक लिया। हर कोई हैरान था। धोनी को कैच लपकने के लिए डाइव लगानी पड़ी। जहां कोई कैच नहीं था वहां धोनी ने टीम को पहली सफलता दिला दी। हालांकि अंपायर को बाद में देखना पड़ा कि क्या ये क्लीन कैच था और इस तरह से धोनी ने हेमराज को पवेलियन भेजा। धोनी के इस कैच के बाद पूरा स्टेडियम धोनी-धोनी की आवाज में गूंज उठा। ये कैच धोनी के करियर के सर्वश्रेष्ठ कैचेस में से एक हैं।