पुणे। मार्लन सैमुएल्स (तीन विकेट) की अगुआई में वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने भारत के बल्लेबाजी क्रम को रोकते हुए यहां शनिवार को महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले गए तीसरे वनडे मैच में 43 रनों से जीत दर्ज कर सीरीज में वापसी कर ली। वेस्टइंडीज ने भारत के सामने 50 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 283 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया था, लेकिन भारतीय टीम इस लक्ष्य का हासिल नहीं कर पाई और 47.4 ओवरों नें 240 रनों पर ही ढेर हो गई। विंडीज के लिए शाई होप ने 95 और अंत में एशले नर्स की 22 गेंदों में 40 रनों की पारी खेल टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था।
इसी के साथ विंडीज ने सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है। गुवाहाटी में खेला गया पहला मैच भारत ने जीत था। वहीं विशाखापट्टनम में खेला गया दूसरा मैच टाई रहा था। इस मैच में भारत की कप्तान विराट कोहली पर निर्भरता एक बार और देखी गई। कोहली ने अकेले लड़ते हुए 119 गेंदों में 10 चौके और एक छक्के की मदद से 107 रनों की पारी खेली, लेकिन उनके अलावा कोई और बल्लेबाज विकेट पर टिकने का साहस नहीं दिखा सका। टीम के दूसरे सर्वोच्च स्कोरर शिखर धवन (35) रहे।
कोहली का यह वनडे में 38वां शतक है। उन्होंने पहले दो वनडे मैचों में भी शतक जमाए थे। उन्होंने अपनी इस पारी से एक और रिकार्ड अपने नाम कर लिया है। वह वनडे में लगातार तीन शतक लगाने वाले भारत के पहले बल्लेबाज और दुनिया के 10वें बल्लेबाज बन गए।
उनकी यह पारी हालांकि जाया गई, क्योंकि दूसरे छोर से सहयोग की कमी के कारण टीम को हार झेलनी पड़ी।
भारत की बल्लेबाजी को देखते हुए लक्ष्य आसान लग रहा था, लेकिन उसे अच्छी शुरुआत ही नहीं मिली। रोहित शर्मा (8) नौ के कुल स्कोर पर विंडीज के कप्तान जेसन होल्डर की बेहतरीन गेंद पर बोल्ड हो गए।
धवन ने कोहली का साथ दिया। लग रहा था कि यह दोनों टीम की जीत की बुनियाद रख देंगे, लेकिन तभी 88 के कुल स्कोर पर धवन, नर्स की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। यहां से कोहली को साथी नहीं मिला। अंबाती रायडू (22) और ऋषभ पंत (24) ने उनका साथ देने की कोशिश की, लेकिन दोनों अपनी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके।
कोहली को महेंद्र सिंह धोनी से विकेट पर टिके रहने की उम्मीद, लेकिन यह पूर्व कप्तान सात के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट लिए। इस बीच कोहली ने 38वें ओवर की पहली गेंद पर एक रन लेकर अपना 38वां शतक पूरा किया। शतक के बाद वह ज्यादा आगे नहीं जा पाए और सैमुएल्स की गेंद पर बोल्ड हो गए। कोहली का विकेट 220 के कुल स्कोर पर गिरा। उनके आउट होने से पांच रन पहले भुवनेश्वर कुमार (10) भी पवेलियन लौट लिए थे।
कुलदीप यादव 15 रन बनाकर नाबाद रहे। युजवेंद्र चहल और खलील अहमद ने तीन-तीन रन बनाए। सैमुएल्स ने जसप्रीत बुमराह को होल्डर के हाथों कैच करा भारत की पारी समेट दी।
विंडीज के लिए सैमुएल्स के अलावा जेसन होल्डर, ओबेड मैक्कोय और एशले नर्स को दो-दो सफलताएं मिलीं।इससे पहले, विंडीज की बल्लेबाजी भी ज्यादा अच्छी नहीं रही। होप और नर्स के कारण वह सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में सफल रही। शाई होप ने एक बार फिर बेहतरीन पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 113 गेंदों का सामना करते हुए छह चौके और तीन छक्के लगाए। होप के जाने के बाद विंडीज की टीम एक अच्छे स्कोर का सपना टूटता दिख रहा था, लेकिन नर्स ने उसको बचा लिया।
टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी विंडीज की शुरुआत खराब रही थी। 25 के कुल स्कोर पर चंद्रपॉल हेमराज (15) को बुमराह ने पवेलियन भेज दिया। दूसरे सलामी बल्लेबाज केरन पावेल (21) को बुमराह ने 38 के कुल स्कोर पर आउट किया। टीम के अनुभवी बल्लेबाज सैमुएल्स एक बार फिर विफल हुए और सिर्फ नौै रनों का योगदान दे सके।
मेहमान टीम ने अपने चार विकेट 55 के कुल स्कोर पर ही खो दिए। यहां से शिमरोन हेटमायर (37) और होप ने टीम को संभालने की कोशिश करते हुए स्कोरबोर्ड पर 111 रन टांगे। हेटमायर कुलदीप यादव की फिरकी पर धोनी द्वारा स्टम्पिंग कर दिए गए।
टीम ने अपना पांचवां विकेट रोवमैन पावेल (4) के रूप में खोया। होप को इस बार कप्तान होल्डर (37) का साथ मिला। इस साझेदारी को भुवनेश्वर ने 197 के कुल स्कोर पर होल्डर को आउट करते हुए तोड़ा। पदार्पण करने वाले फाबियान एलेन सिर्फ पांच रन ही बना सके।
होप अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन तभी बुमराह की गेंद पर 227 के कुल स्कोर पर पगबाधा दे दिए गए। नर्स आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर बुमराह का शिकार बने। नर्स को अपने शानदार हरफनमौला खेल के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। भारत के लिए इस बुमराह ने चार विकेट लिए। कुलदीप के हिस्से दो विकेट आए। भुवनेश्वर, खलील अहमद और युजवेंद्र चहल को एक-एक सफलता मिली।