भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे सिरीज़ के आखिरी टी-20 मैच में डेब्यू करते ही तमिलनाडु के युवा गेंदबाज वॉशिंगटन सुंदर ने एक बड़ा रिकॉर्ड भी अपने नाम जोड़ लिया। सुदंर भारत के लिए टी-20 में डेब्यू करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं। सुंदर ने 18 साल और 80 दिन की उम्र में डेब्यू किया। सुंदर से पहले ये रिकॉर्ड युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के नाम दर्ज था। पंत ने 19 साल और 120 दिन की उम्र में टी-20 में डेब्यू किया था। इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर ईशांत शर्मा हैं। ईशांत ने 19 साल 152 दिन की उम्र में डेब्यू किया था।
डेब्यू मैच में लिया विकेट
वॉशिंगटन सुंदर ने आज अपने डेब्यू टी-20 मैच में अपना पहला विकेट लिया। उन्होंने श्रीलंकाई बल्लेबाज कुसल परेरा को कॉट एंड बोल्ड किया।
कैसे पड़ा 'वॉशिंगटन' नाम
अपने प्रदर्शन के साथ-साथ सुंदर अपने नाम से भी सभी का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं। उनका नाम वॉशिंगटन कैसे पड़ा इसके पीछे भी एक रोचक कहानी है। वॉशिंगटन सुंदर के पिता एम. सुंदर ने अपने बेटे का नाम अपने पीडी वॉशिंगटन के नाम पर रखा है। वॉशिंगटन के पिता पीडी वॉशिंगटन के यहां काम किया करते थे। उनके पिता ने बताया ‘मैं हिंदू हूं। हमारे घर के पास दो गली छोड़कर एक्स-आर्मी पर्सन पीडी वॉशिंगटन रहते थे। वो क्रिकेट के बहुत शौकीन थे। वो हमारा मैच देखने ग्राउंड पर आते थे। ‘हम गरीब थे। वॉशिंगटन मेरे लिए यूनिफॉर्म खरीदते थे, मेरी स्कूल फीस भरते थे, किताबें लाते थे, अपनी साइकिल पर मुझे ग्राउंड ले जाते थे। उन्होंने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया। मेरे लिए वो सबकुछ थे। जब रणजी की संभावित टीम में मेरा सिलेक्शन हुआ था तो वो सबसे ज्यादा खुश हुए थे। 5 अक्टूबर 1999 को मेरे बेटे सुंदर का जन्म हुआ लेकिन मैंने पहले ही तय कर लिया था कि बेटे का नाम उस इंसान के नाम पर रखना है, जिन्होंने मेरे लिए बहुत कुछ किया था।’