नई दिल्ली: श्रीलंका के खिलाफ तीसरे वनडे में टीम इंडिया को जीत मिली तो हर कोई गेंदबाजों की तारीफ करते नहीं थक रहा लेकिन टीम इंडिया के इस जीत के पीछे उतना ही अहम योगदान है महेन्द सिहं का धोनी का। जी हां विकेटों के पीछे ये धोनी का कमाल ही था जिसने श्रीलंका को बैकफुट पर धकेलने में अहम रोल निभाया।
जब श्रीलंकाई टीम का स्कोर 160 पर 2 विकेट था। उस समय उपुल थरंगा 95 पर बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन धोनी की एक स्टंपिंग ने उनका बोरिया बिस्तर बांध दिया, जिसने मैच का रूख पलट कर रख दिया।
श्रीलंकाई पारी के दौरान 28वें ओवर की पहली गेंद जैसे ही कुलदीप यादव ने उपुल थंरगा को डाली, तो वो मारने से चूक गए और अपने पैर को क्रीज के अंदर ले जाने में उन्हें जरा भी समय नहीं लगा। लेकिन धोनी से तेज भला कौन हो सकता है धोनी ने तुरंत गिल्लियां बिखेर दी। हालांकि इसके बाद भी किसी को विश्वास नहीं हुआ कि धोनी ने थंरगा को स्टंप आउट कर दिया है, धोनी ने अपने फैसले पर डटे रहे और अंपायर से अपील कर दी। इसके बाद फील्ड अंपायर ने थर्ड अंपायर से मदद मांगी, तो रिप्ले में ये साबित हो गया कि थरंगा का पैर क्रीज से बाहर है।