साल के आखिरी मैच में जब टीम इंडिया मैदान पर उतरेगी तो टीम का इरादा सिर्फ और सिर्फ जीत दर्ज करने का ही होगा। अगर भारत तीसरे टी20 को जीत जाता है तो एक बार फिर से श्रीलंका का क्लीन स्वीप करने में कामयाब हो जाएगा। इसके अलावा टीम इंडिया साल का अंत भी जीत के साथ ही करना चाहेगी। दोनों देशों के बीच सीरीज का आखिरी मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाना है।
वानखेड़े स्टेडियम कप्तान रोहित शर्मा का घरेलू मैदान है और इसी मैदान पर भारत ने साल 2011 का विश्व कप भी जीता था। लेकिन इसके बावजूद रोहित शर्मा के साथ-साथ टीम इंडिया को हार का डर सता रहा है! आखिरी मैच से पहले खौफज़दा है भारतीय टीम! ये डर क्लीन स्वीप न कर पाने का है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर क्यों क्लीन स्वीप नहीं कर पाएगी टीम इंडिया? तो आइए आपको बताते हैं इसकी वजह।
टीम इंडिया का खेल बिगाड़ेगा वानखेड़े का मैदान: वानखेड़े स्टेडियम की बात करें तो इस मैदान पर भारतीय टीम का रिकॉर्ड बेहद खराब है। भारतीय टीम ने इस मैदान पर कुल 2 टी20 मैच खेले हैं और दोनों में ही टीम को हार का सामना करना पड़ा है। टी20 मैचों में भारत ने अब तक इस मैदान पर जीत का खाता नहीं खोला है।
वनडे क्रिकेट की बात करें तो भारत ने इस मैदान पर कुल 18 मैच खेले हैं और टीम को 10 में जीत, 8 में हार मिली है। इस मैदान पर भारत की जीत का प्रतिशत 55.55 रहा है। वहीं अगर बात टेस्ट की करें तो टीम इंडिया ने इस मैदान पर 25 टेस्ट खेले हैं। इस दौरान टीम को 11 में जीत और 7 में हार झेलनी पड़ी है। टेस्ट में इस मैदान पर टीम इंडिया का प्रतिशत 44 फीसदी रहा है।
वानखेड़े में रोहित का प्रदर्शन: भले ही वानखेड़े का मैदान रोहित शर्मा का घरेलू मैदान हो लेकिन इसके बावजूद वो अब तक इस मैदान पर अपनी छाप नहीं छोड़ सके हैं। रोहित ने इस मैदान पर अब तक 2 टी20 मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 67 रन ही बनाए हैं। रोहित का बेस्ट स्कोर 43 रन रहा है।
वनडे क्रिकेट में रोहित ने इस मैदान पर 2 मैच खेले हैं और उनके बल्ले से सिर्फ 36 रन ही निकले हैं। रोहित का बेस्ट 20 रन रहा है। हालांकि टेस्ट में रोहित ने इस मैदान पर शतक लगाया है। रोहित ने अपने घरेलू मैदान पर 1 ही पारी खेली है और उस पारी में उन्होंने 111* रन बनाए थे। साफ है कि रोहित के लिए उनका घरेलू मैदान अब तक कुछ खास नहीं रहा है।