भारत और श्रीलंका के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे टी20 मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। टॉस जीतने के साथ ही भारतीय टीम की जीत भी तय हो गई। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये कैसे हो सकता है कि किसी टीम के टॉस जीतते ही मैच जीतना भी तय हो जाए। तो हम आपको बता दें कि ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि वानखेड़े स्टेडियम का रिकॉर्ड ही कुछ ऐसा कहता है।
टॉस जीतने वाली टीम को मिलती है जीत: वानखेड़े में अब तक कुल 5 अंतरराष्ट्रीय टी20 मुकाबले खेले गए हैं। इस दौरान हर बार टॉस जीतने वाली टीम को ही जीत मिली है। इस मैदान पर पहला मैच 22 दिसंबर, 2012 को भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। उस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीता था और मुकाबले को भी 6 विकेट से जीत लिया था। इसके बाद 16 मार्च, 2016 को वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर इंग्लैंड को 6 विकेट से हरा दिया था।
इस स्टेडियम में तीसरा मैच 18 मार्च, 2016 को इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया। मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीता और मुकाबले को भी 2 विकेट से जीत लिया था। चौथा मैच दक्षिण अफ्रीका और अफगानिस्तान के बीच 31 मार्च, 2016 को खेला गया। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर मुकाबले को 37 रनों से जीत लिया था। वहीं पांचवां मैच भारत और वेस्टइंडीज के बीच 24 दिसंबर, 2016 को खेला गया। मुकाबले में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर मुकाबले को 7 विकेट से जीत लिया था।
अब भारतीय टीम ने भी वानखेड़े में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया है और ऐसे में टीम इंडिया की जीत पक्की नजर आ रही है। कम से कम वानखेड़े का रिकॉर्ड तो यही कहता है।