इंदौर। गुवाहाटी में पहला मैच बारिश की भेंट चढ़ने के बाद भारतीय टीम अब यहां मंगलवार को उस होलकर स्टेडियम में श्रीलंका सामना करने के लिये उतरेगी जिसमें अभी तक वह अजेय रही है। मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के करीब 27,000 दर्शकों की क्षमता वाले होलकर स्टेडियम में वर्ष 2006 से लेकर अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो टेस्ट मैच, एक टी-20 मुकाबला और पांच एक दिवसीय मैच आयोजित किये गये हैं। तीनों प्रारूपों के इन सभी आठ मैचों में भारत ने विपक्षी टीमों पर विजय हासिल की है।
भारत और श्रीलंका के बीच मंगलवार को खेला जाना वाला मैच होलकर स्टेडियम के इतिहास का दूसरा टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला होगा। इस मुकाबले के लिये दोनों टीमें गुवाहाटी से सोमवार शाम इंदौर पहुंच गयीं। वैसे संयोग की बात है कि इस मैदान पर पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला भी भारत और श्रीलंका के बीच 22 दिसंबर 2017 को खेला गया था।
मेजबान टीम ने इस मुकाबले में श्रीलंका पर 88 रन से विजय दर्ज की थी। यह समूचे मध्यप्रदेश के क्रिकेट इतिहास का पहला टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी था। होलकर स्टेडियम बनने से पहले शहर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले नेहरू स्टेडियम में खेले जाते थे। नेहरू स्टेडियम के साथ भारत और श्रीलंका की क्रिकेट टीमों की 22 साल पुरानी बुरी याद भी जुड़ी है।
अर्जुन रणतुंगा की कप्तानी वाली श्रीलंकाई टीम भारत के खिलाफ 25 दिसंबर 1997 को आयोजित एक दिवसीय मैच खेलने नेहरू स्टेडियम पहुंची थी। श्रीलंका की बल्लेबाजी से मैच की शुरूआत हुई थी। हालांकि, मेहमान टीम ने शुरूआती तीन ओवर के बाद ही नेहरू स्टेडियम की पिच को खराब बताते हुए इस पर खेलने से इंकार कर दिया था। इसके बाद रणतुंगा ने तत्कालीन भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर से पिच को लेकर चर्चा की थी। दोनों कप्तानों की सहमति से मैच रद्द कर दिया गया था।