भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का अंतिम मैच 19 अक्टूबर से रांची में खेला जाना है। जिसमें विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया रांची में साउथ अफ्रीका को हराकर क्लीन स्वीप करना चाहेगी। ऐसे में टीम इंडिया के इस मनसूबे को एक खिलाड़ी पूरा भी कर सकता है जिसका रांची में कमाल का रिकॉर्ड है। हालांकि भारत को अभी तक रांची में जीत नहीं तो हार भी नहीं मिली है। भारत ने अभी तक रांची के मैदान में एक मात्र टेस्ट मैच खेला है जो कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ड्रा हुआ था।
ऐसे में टीम इंडिया इस बार मैच को बिल्कुल भी हाथ से नहीं जाने देगी और दो साल बाद वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के अंकों को ध्यान में रखते हुए तीसरे टेस्ट मैच को जीतने में अपना पूरा जोर लगा देगी। इस तरह रांची के मैदान में टीम इंडिया के सर रवीन्द्र जडेजा कहे जाने वाले लेफ्ट आर्म ऑर्थोडॉक्स का इस मैदान में कमाल का प्रदर्शन रहा है।
2017 में रांची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में जडेजा ने पहली और दूसरी दोनों ही पारियों में दमदार गेंदबाजी की थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहली पारी में उन्होंने 451 रन बनाए थे। जिसमें जडेजा ने टीम इंडिया की तरफ से सबसे शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट चटकाए थे। जबकि दूसरी पारी में भी जडेजा की गेंदबाजी का जलवा जारी रहा और उन्होंने 44 ओवर में 54 रन देकर 4 विकेट झटके थे। उन्होंने 18 ओवर मेडन फेंके थे और 1.22 की इकानॉमी रेट से गेंदबाजी की थी। दूसरी पारी में कंगारू टीम ने 6 विकेट पर 204 रन बनाए थे और ये मुकाबला ड्रॉ रहा था।
इतना ही नहीं जडेजा ने इस टेस्ट मैच में बल्ले से भी कमाल दिखाया था। जडेजा ने भारत की तरफ से पुजारा के 202 और साहा के 117 रन के बाद अंत में तेजी से खेलते हुए 55 गेंदों में 54 रन की पारी खेली। जिसके चलते टीम इंडिया ने 600 का आकड़ा छूकर पारी घोषित कर दी थी। अंत में मैच ड्रा रहा मगर जडेजा की गेंदबाजी और बल्लेबाजी के लिए रांची में खेला गया टेस्ट हमेशा याद रखा जाता है।
इस तरह कप्तान विराट कोहली अपनी टीम में शानदार फॉर्म में चल रहे जडेजा से एक बार फिर ऐसे ही शानदार प्रदर्शन की उम्मीद करेंगे। जो की टीम इंडिया के ब्रह्मास्त्र साबित हो सकते हैं। जिससे भारत सीरीज में साउथ अफ्रीका का क्लीन स्वीप कर सके और तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के पूरे 120 अंक अपने नाम कर सके।