जोहानसबर्ग: ज़िंदगी में ही नहीं क्रिकेट के खेल में भी क़िस्मत का बहुत बड़ा रोल होता है। कई बार देखा गया है कि अच्छे से अच्छा खिलाड़ी भी क़िस्मत के आगे बेबस हो जाता है और उसके करिअर का अंत हो जाता है। विराट कोहली इस समय ऐसे बल्लेबाज़ हैं जिनकी गिनती दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाज़ों में होती है। कोहली ने काफ़ी संघर्ष के बाद ये मुक़ाम हासिल किया है और क़िस्मत ने भी उनका ख़ूब साथ दिया है।
साउथ अफ़्रीका के दौरे पर विराट कोहली विवादों में घिरे हुए हैं। पहले तो दो टेस्ट हारने के बाद उनकी आलोचना हुई फिर मीडिया से भिड़ने पर। टीम सेलेक्शन पर तो गावस्कर से लेकर वीरेंद्र सहवाग तक ने उनकी जमकर आलोचना की। इसके बाद तीसरे टेस्ट में पहले बल्लेबाजी करने पर सौरव गांगुली ने उनपर निशाना साधा और पहले बल्लेबाजी के फैसले को गलत बताया। लेकिन इन सबके बावजूद कोहली ने तीसरे टेस्ट की पहली पारी में अर्धशतक लगा दिया। लेकिन कोहली के इस अर्धशतक में उनसे ज्यादा योगदान दक्षिण अफ्रीकी फील्डर का रहा।
कोहली को मिले 2 जीवनदान: तीसरे टेस्ट की पहली पारी में कोहली को 3 जीवनदान मिले। पारी के 21वें ओवर की पहली ही गेंद पर रबाडा की गेंद पर फिलैंडर ने उनका कैच छोड़ दिया। इसके बाद 42.4 ओवर में भी कोहली को फिर से जीवनदान मिला और इस बार दुनिया के सबसे खतरनाक फील्डर में शुमार किए जाने वाले डी विलियर्स ने उनका कैच टपका दिया। इस तरह अर्धशतक से पहले ही कोहली को 2-2 जीवनदान मिल गए। आखिर में वो 42.4 ओवर में 54 रन बनाकर लुंगी एनगिडी की गेंद पर डी विलियर्स के हाथों कैच आउट हुए। साफ है कि कोहली की किस्मत काफी अच्छी है और यही वजह है कि पहली पारी में वो अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे।