टीम इंडिया ने रांची में खेले जाने वाले गांधी-मंडेला सीरीज के तीसरे व अंतिम टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका को बुरी तरह से हराकर सीरीज में क्लीन स्वीप किया। जिसके साथ आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की अंकतालिका में भारत अपनी बादशाहत के साथ शीर्ष पर बरकरार है। भारत ने तीन मैचों की सीरीज में पहली बार क्रिकेट इतिहास में साउथ अफ्रीका का क्लीन स्वीप किया और पूरे 120 अंक अपने नाम किए।
मैच की बात करें तो दक्षिण अफ्रीका ने कल के आठ विकेट पर 132 रन से आगे खेलना शुरू किया और भारत ने उसके शेष दो विकेट निकलने के लिए मात्र 11 मिनट का समय लगाया। दक्षिण अफ्रीका की दूसरी मारी 133 रन पर सिमट गयी। पदार्पण टेस्ट खेल रहे लेफ्ट आर्म स्पिनर शाहबाज नदीम ने शेष दो विकेट लगातार गेंदों पर निकालकर जीत भारत की झोली में डाल दी। इस तरह शाहबाज ने अपने डेब्यू मैच में कुल 3 विकेट हासिल किए।
इस तरह भारत ने चौथे दिन की शुरुआत में ही साउथ अफ्रीका को हराकर उसके खिलाफ सबसे बड़ी पारी और 202 रन की जीत हासिल की। भारत ने इससे पहले पुणे में दूसरे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को पारी और 137 रन से हराया था। इस तरह पहले वेस्टइंडीज का दो टेस्ट मैचों में क्लीन स्वीप उसके बाद साउथ अफ्रीका का क्लीन स्वीप करने के बाद भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में 240 अंक हो गए हैं। जिससे वो पहले स्थान पर है जबकि दूसरे पायदान पर 60 अंको के साथ न्यूजीलैंड है। इस तरह भारत ने 180 अंको की विशाल बढत हासिल कर ली है।
जानिए कैसे मिलते हैं वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के अंक
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्वॉइंट सिस्टम के मुताबिक दो मैचों की सीरीज में जीतने पर 60 प्वॉइंट्स, टाई होने पर 30 प्वॉइंट्स और ड्रॉ के 20 प्वॉइंट्स मिलेंगे, जबकि हारने पर एक भी प्वॉइंट नहीं होगा। कितने भी मैचों की सीरीज हो हारने वाली टीम को कोई प्वॉइंट नहीं मिलेगा। वहीं तीन मैचों की सीरीज में जीतने पर प्रति मैच जीत 40 प्वॉइंट्स, टाई होने पर 20 प्वॉइंट्स और ड्रॉ होने पर 13 प्वॉइंट्स होंगे।
चार मैचों की सीरीज में जीतने वाली टीम को प्रति मैच जीत 30 प्वॉइंट्स, टाई होने पर 15 प्वॉइंट्स और मैच ड्रॉ होने पर 10 प्वॉइंट्स होंगे। जबकि पांच मैचों की सीरीज में प्रति मैच जीत 24 प्वॉइंट्स, टाई होने पर 12 प्वॉइंट्स और ड्रॉ होने पर आठ प्वॉइंट्स होंगे। इस तरह 120 अंको को ही सीरीज के मैचों की संख्या के अनुसार विभाजित किया जाएगा।