दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने प्लेइंग इलेवन में कई बड़े फैसले लिए और उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे को टीम में जगह नहीं दी। हर कोई रहाणे को बाहर बैठाने के फैसले को समझ नहीं पा रहा और कोहली के इस फैसले की काफी आलोचना भी हो रही है। कोहली ने रहाणे की जगह रोहित शर्मा को टीम में शामिल किया है। लेकिन रहाणे मौजूदा टीम इंडिया में ऐसे सिर्फ दूसरे खिलाड़ी हैं विदेशों में जिनका औसत 50 से ऊपर का है। हालांकि इसके बावजूद कोहली ने टीम से उन्हें बाहर कर दिया। आइए समझने की कोशिश करते हैं कि क्या पहले मैच में कोहली को करना चाहिए था टीम के उप-कप्तान को बाहर?
टेस्ट में रहाणे का प्रदर्शन: रहाणे के टेस्ट करियर पर नजर डालें तो उन्होंने 43 मैचों में 44.15 के औसत से 2,826 रन बनाए हैं। इस दौरान रहाणे ने 9 शतक और 12 अर्धशतक लगाए हैं।
साल 2017 में रहाणे का प्रदर्शन: इसमें कोई दोराय नहीं कि रहाणे के लिए साल 2017 बेहद ही खराब रहा है। रहाणे ने पिछले साल 11 टेस्ट मैचों में 34.62 के मामूली औसत से सिर्फ 554 रन बनाए। इस दौरान रहाणे ने 1 शतक और 3 अर्धशतक लगाए।
भले ही ये आंकड़े रहाणे के पक्ष में ना हों लेकिन अगर हम रहाणे के विदेशी धरती पर प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने विदेशों में शानदार खेल दिखाया है।
विदेशों में रहाणे का प्रदर्शन: विदेशों में रहाणे ने कुल 24 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान रहाणे के बल्ले से 53.44 के शानदार औसत से 1,817 रन निकले हैं। रहाणे ने 6 शतक, 9 अर्धशतक विदेशी धरती पर ही जड़े हैं।
यही नहीं जिस टीम के खिलाफ फिलहाल भारत खेल रहा है उसके खिलाफ भी रहाणे ने शानदार खेल दिखाया है। रहाणे ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 6 टेस्ट मैचों में 59.37 के औसत से 475 रन बनाए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रहाणे ने 2 शतक और 2 अर्धशतक लगाए हैं।
साफ है रहाणे ने विदेशों में जिस तरह का प्रदर्शन किया है उसे देखते हुए कोहली को उन्हें टीम में खिलाना चाहिए था। अब देखना दिलचस्प होगा कि रहाणे की जगह टीम में खेल रहे रोहित पहले टेस्ट में किस तरह का प्रदर्शन कर पाते हैं।