नई दिल्ली: जर्सी बदली, फॉर्मेट बदला लेकिन नहीं बदला तो जसप्रीत बुमराह का 'नो बॉल' फेंकना। बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट के डेब्यू मैच के 11वें ओवर में कप्तान फैफ डू प्लेसी का विकेट ले लिया था लेकिन अंपायर ने गेंद को 'नो' करार दे दिया। इसके साथ ही एक बार फिर से बुमराह ने नो गेंद पर विकेट लिया और टीम इंडिया के साथ-साथ हर प्रशंसक मायूस हो गया। टेस्ट में अभी ये बुमराह के नो बॉल फेंकने का आगाज है। ये उनका पहला मैच था और पहले ही मैच में बुमराह ने नो गेंद फेंकी।
बुमराह की नो बॉल ने दिया जीवनदान: बुमराह अपना 11वां ओवर फेंक रहे थे। इस दौरान डू प्लेसी (47) रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे। इसी ओवर में बुमराह ने डू प्लेसी के खिलाफ कैच की जोरदार अपील की। अंपायर ने अपील को नकार दिया लेकिन कोहली ने डीआरएस लेने का फैसला किया। डीआरएस लेते ही सबसे पहले जब बुमराह का पैर देखा गया तो साफ था कि उनका पैर लाइन के बाहर था और गेंद को नो करार दे दिया गया।
हालांकि इसके बाद बुमराह ने डी विलियर्स (65) को आउट कर टेस्ट करियर का पहला विकेट हासिल किया। वहीं, डू प्लेसी भी ज्यादा देर तक क्रीज पर टिक नहीं सके और (62) रन बनाकर आउट हुए।
आपको बता दें कि बुमराह अक्सर नो बॉल फेंकने देते हैं और इसके अलावा वो नो बॉल पर विकेट भी ले लेते हैं। बुमराह ने जबसे वनडे क्रिकेट में आगाज किया है तब से लेकर अब तक उनसे ज्यादा नो बॉल किसी भी गेंदबाज ने नहीं फेंकी है।