साल 2020 के अक्टूबर माह में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्वकप को ध्यान में रखते हुए कप्तान विराट कोहली वाली टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को उसकी सरजमीं पर पहली बार टी20 सीरीज में ना सिर्फ मात दी बल्कि सूपड़ा भी साफ़ किया। पांच मैचों की टी20 सीरीज में टीम इंडिया ने सभी मैच जीते और जमकर प्लेइंग इलेवन में प्रयोग भी किया। जिसमें अंतिम दो मैचों की बात करें तो चौथे मैच में रोहित शर्मा तो पांचवे मैच में खुद कप्तान कोहली बेंच पर बैठे थे। इनकी जगह युवा संजू सैमसन को ओपनिंग में विश्वकप के लिहाज से मौका दिया गया था। जबकि गेंदबाजी में नवदीप सैनी, शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुन्दर को भी मौका मिला। हलांकि इन सबके बावजूद जीत के अलावा न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज से टीम इंडिया को तीन प्रमुख फायदे हुए। जो कप्तान विराट कोहली के मिशन टी20 विश्वकप के जीत की राह आसान बनाते हैं।
जसप्रीत बुमराह की शानदार वापसी
विश्वकप के बाद चोटिल होने के कारण काफी समय तक बाहर रहे जसप्रीत बुमराह ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सीरीज को अच्छे से भुनाया और धीरे-धीरे अपनी लय प्राप्त कर ली। हालांकि इस बार बुमराह को अपने सहयोगी मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, और शार्दुल ठाकुर से अच्छा समर्थन मिला जिसके चलते उन्होंने अपनी फॉर्म वापस पाई। शुरू के तीन टी20 में बुमराह में धार नहीं दिख रही थी मगर उसके बाद चौथे में ठीक-ठाक तो अंतिम पांचवें टी20 में उन्होंने 4 ओवर में 12 रन देकर 3 विकेट चटकाए। जिससे मैच का पासा पलट गया। इस तरह बुमराह के वापस पटरी पर लौटने से कप्तान कोहली काफी खुश होंगे।
के. एल. राहुल
जब-जब कप्तान विराट कोहली को इस बल्लेबाज की जरूरत पड़ी है राहुल उस जिम्मेदारी में सोलह आने खरे उतरे हैं। ऋषभ पंत के चोटिल होने पर बखूबी विकेटकीपिंग तो उसके बाद अंतिम टी20 मैच में राहुल ने रोहित शर्मा के चोटिल होने पर कप्तानी में भी अपना जलवा दिखा दिया। जिसके चलते कप्तान विराट कोहली इस खिलाड़ी पर सबसे अधिक फ़िदा है। यही कारण है कि हाल ही में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पसंदीदा नंबर तीन तक उन्हें खेलने के लिए दे दिया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 मैचों में राहुल ने 200 से अधिक रन बनाये इस तरह वो किसी टी20 सीरीज में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। इस तरह की लाजवाब फॉर्म के चलते राहुल मिशन ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया की तरफ से तुरूप का ईक्का साबित हो सकते हैं।
दबाव में जीतने की ईच्छाशक्ति
क्रिकेट के सबसे छोटे फोर्मेट में कप्तान द्वारा लिए एक छोटे से फैसले से मैच पलट सकता है या आप हार सकते हैं। ये सीरीज टीम इंडिया 3-2 से जीत सकती थी मगर दबाव के समय जीतने की चाहत के आगे न्यूजीलैंड कुछ भी ना कर सका और उसे सभी मैचों में हार का सामना करना पड़ा। इस सीरीज में दो मैच टाई हुए जो कि टीम इंडिया के हाथ से निकल चुके थे। मगर सुपर ओवर में टीम इंडिया के जाबांज खिलाड़ियों ने बाजी पलट कर इतिहास रच दिया। दबाव की स्थिति में शमी और शार्दुल ठाकुर ने गेंद से जबकि तीसरे टी20 के सुपर ओवर में अंतिम दो गेंदों पर छक्का लगाकर जीताने की रोहित शर्मा की कला ने सभी का दिल जीत लिया। जिसके चलते कहा जा सकता है कि टीम इंडिया अब क्रिकेट के छोटे फोर्मेट में बड़ा धमाका करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। ऐसे में आगामी टी20 विश्वकप के लिहाज से अंत तक लड़ाई जारी रखकर बाजी पलटने की कला काफी काम आने वाली है। जिससे कप्तान विराट कोहली इस टूर्नामेंट को अपने नाम भी कर सकते हैं।