कानपुर: भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेली गई वनडे सीरीज का तीसरा मैच काफी रोमांचक रहा। आखिरी ओवर तक चले इस मैच में अंतिम समय तक कोई भी पूरे यकीन के साथ नहीं कह सकता था कि ऊंट किस करवट बैठेगा। अंत में जीत विराट कोहली ऐंड कंपनी की हुई और कीवियों को मायूस होना पड़ा। भारत के 6 विकेट पर 337 रन के जवाब में किवी टीम 7 विकेट पर 331 रन ही बना सकी। इस तरह आखिरी ओवर तक चले इस रोमांचक मुकाबले को भारत ने अपने 6 रन के अंतर से अपने नाम कर लिया और मैच के साथ-साथ सीरीज पर भी 2-1 से कब्जा कर लिया। आइए, जानते हैं उन पांच बड़े कारणों के बारे में जिनकी वजह से भारतीय टीम मैच और सीरीज जीतने में कामयाब रही..
बुमराह, चहल की गेंदबाजी
इस मैच में शुरू से ही भारत और न्यूजीलैंड के बीच कांटे की टक्कर थी। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजी की बखिया उधेड़ रहे थे, लेकिन दो गेंदबाज ऐसे थे जिन्होंने किवी बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा। ये दो गेंदबाज थे पेसर जसप्रीत बुमराह और स्पिनर युजवेंद्र चहल। युजवेंद्र ने अपने 10 ओवर के कोटे में सिर्फ 47 रन दिए और 2 किवी खिलाड़ियों को आउट किया। डेथ ओवर्स में बुमराह ने अच्छी गेंदबाजी की जिसके दबाव में आकर अच्छी बल्लेबाजी कर रहे टॉम लैथम 48वें ओवर में रनआउट हो गए। बुमराह ने इस ओवर में सिर्फ 5 रन दिए। बुमराह ने 50वां ओवर भी किया और इसमें भी उन्होंने 8 रन दिए और एक खिलाड़ी को आउट किया। बुमराह ने 10 ओवर में 47 रन देकर 3 खिलाड़ियों को आउट किया। इस तरह इन दो गेंदबाजों ने भारतीय टीम को यह मैच जीतने में मदद की। VIDEO: यह है कानपुर वनडे के आखिरी ओवर का रोमांच, जानें गेंद-दर-गेंद क्या हुआ
(AP Photo)
टॉम लैथम का रनआउट होना
जब तक न्यूजीलैंड के स्टार बैट्समैन टॉम लैथम क्रीज पर थे तब तक उनकी टीम की उम्मीदें जिंदा थीं। लेकिन 48वें ओवर में उनके रनआउट होने के बाद भारतीय खिलाड़ियों में एक नया जोश भर गया। हालांकि अगले ही ओवर में सैंटनर ने 6 लगाकर भारतीय फैंस की दिल की धड़कनें बढ़ा दीं, लेकिन भारतीय खिलाड़ी दबाव से पार पाने में कामयाब रहे। जब लैथम (52 गेंद में 65) आउट हुए उस समय उनकी टीम को मैच जीतने के लिए 13 गेंद में 25 रन बनाने की जरूरत थी। क्रीज पर दो नए बल्लेबाजों के होने से यह लक्ष्य मुश्किल होता गया।
हेनरी निकोल्स का विकेट
न्यूजीलैंड की टीम एक समय आसानी से लक्ष्य की तरफ बढ़ती नजर आ रही थी। टॉम लैथम और हेनरी निकॉल्स के बीच सिर्फ 40 गेंद में 59 रन की साझेदारी हो चुकी थी। लेकिन उसी समय भुवनेश्वर कुमार ने निकॉल्स को बोल्ड आउट कर दिया। जब निकॉल्स (24 गेंद में 37 रन) आउट हुए, उस समय न्यूजीलैंड को 19 गेंद में 32 रन की जरूरत थी। लेकिन निकॉल्स का विकेट गिरने के साथ ही न्यूजीलैंड की उम्मीदें धूमिल होती चली गईं।
रोहित ने नहीं दोहराईं पिछले दो मैच की गलतियां
अपने साथी बल्लेबाज शिखर धवन के जल्दी आउट होने के बाद रोहित ने पिछले मैचों की तरह कोई हड़बड़ी न दिखाते हुए शांति से खेलना जारी रखा। एक बार जब उनकी निगाह गेंद पर सेट हो गई इसके बाद उन्होंने किवी गेंदबाजों पर धावा बोल दिया। यही वजह है कि पिछले 2 मैचों में 20 और 7 का स्कोर बनाने वाले रोहित ने इस मैच में शानदार सेंचुरी जड़ दी। उन्होंने इस पारी में भारत की तरफ से सर्वाधिक 147 रन बनाए। (Ind Vs NZ: न विराट, न सचिन, कानपुर में सिर्फ रोहित के नाम है यह खास रिकॉर्ड)
कैप्टन विराट कोहली की शानदार फॉर्म
विराट कोहली इस समय अपने करियर के सबसे स्वर्णिम दौर से गुजर रहे हैं। और जब विराट जैसा बल्लेबाज फॉर्म में हो तो दुनिया का कोई भी गेंदबाज खुद को असहाय महसूस करता है। सीरीज के पहले मैच में सेंचुरी जड़ने वाले विराट ने इस मैच में भी शतक जमाते हुए कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। 113 रन बनाने वाले विराट ने वनडे मैचों में अपना 32वां शतक लगाया, 2017 में 2,000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने और वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 9,000 रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया। (Ind Vs NZ: विराट कोहली ने बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड, तमाम दिग्गजों को छोड़ा पीछे)