राजकोट: भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेली जा रही टी20 सीरीज के दूसरे मैच में कीवियों ने मेजबान टीम के खिलाफ पहाड़-सा लक्ष्य रखा है। राजकोट के मैदान पर खेले जा रहे इस मैच में कीवी बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 2 विकेट के नुकसान पर 196 रन का स्कोर खड़ा किया। हालांकि मैच के दौरान शतकवीर बल्लेबाज मनरो को आउट करने के चार मौके ऐसे आए, जिन्हें भारत भुना लेता तो शायद कीवियों की रनों की रफ्तार पर अंकुश लग गया होता और वे इतना बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाते। आइए, जानते हैं उन चार खास मौकों के बारे में...
पहला मौका: 10वें ओवर की आखिरी गेंद पर मनरो ने मिडविकेट के ऊपर से उड़ाकर मारा। फील्डिंग कर रहे भुवनेश्वर कुमार ने कैच के लिए खुद को तैयार किया, लेकिन गेंद सीमारेखा के ऊपर से जाती हुई दिखी। भुवनेश्वर ने गेंद को हाथ से मैदान की तरफ धकेल दिया और इस तरह टीम के लिए 5 रन बचा लिए। हालांकि यदि भुवनेश्वर कोशिश करते तो यह कैच हो सकता था।
दूसरा मौका: 11वें ओवर की आखिरी गेंद पर भारत को मैच में सेंचुरी जड़ने वाले बल्लेबाज कॉलिन मनरो को आउट करने का सुनहरा मौका मिला था। मनरो ने गेंद को लॉन्ग ऑन के ऊपर से मारा था, और वह श्रेयस अय्यर के हाथों में लगकर छक्के के लिए चली गई। यदि श्रेयस यह कैच पकड़ लेते तो मनरो 50 रन भी पूरे नहीं कर पाते। उन्हो
तीसरा मौका: 12वें ओवर में चहल की गेंद पर केन विलियमसन और मनरो ने एक रन चुराने की कोशिश की और वे इसमें कामयाब भी हुए। हालांकि यह एक बेहद ही खतरनाक रन था क्योंकि मनरो यहां भी आउट होते-होते बचे। भारत मनरो और विलियमसन की हिचकिचाहट का फायदा नहीं उठा पाया क्योंकि रोहित शर्मा के एक बेहद ही खराब थ्रो ने सब गुड़ गोबर कर दिया। न तो डायरेक्ट हिट लगी और न ही धोनी गेंद को कलेक्ट कर पाए।
चौथा मौका: भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर चहल ने मनरो का कैच छोड़ दिया। यदि तब भी मनरो आउट होते तो न्यूजीलैंड इतना बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाता। उस समय मनरो 39 गेंदों पर 79 रन बनाकर खेल रहे थे। इस तरह मनरो ने 4 जीवनदानों का भरपूर फायदा उठाते हुए सेंचुरी जड़ी और अपनी टीम को एक बड़ा स्कोर बनाने में मदद की।