नयी दिल्ली: टीम इंडिया ने आज यहां न्यूज़ीलैंड को छह विकेट से हराकर सिरीज़ में 1-1 से बराबरी कर ली. दिलचस्प बात ये है कि इंडिया ने भी न्यूज़ीलैंड को छब विकेट से ही हराया जिससे वह पहले वनडे में छह विकेट से हारा था. अब तीसरा और अंतिम वनडे रविवार को कानपुर में खेला जाएगा. हम यहां आपको बताने जा रहे है...कारण जिसकी वजह से टीम इंडिया ने सिरीज़ में वापसी की.
विरोधी टीम की साझेदारी नहीं होने दी
पिछले मैच में न्यूज़ीलैंड की जीत का सबसे बड़ा कारण था उनकी साझेदारी, ख़ासकर लैथम और टैलर के बीच 200 रनों की साझोदारी. लेकिन इस मैच में भारतीय गेंदबाज़ों ने ज़बरदस्त गेंदबाज़ी की और मेहमान टीम के किसी भी बल्लेबाज़ को टिकने नही दिया. पहले भुवनेश्वर कुमार ने गप्टिल को, बूमराह ने विलियमसन को और फिर भुवी ने मनरो को चलता कर दिया. 27 के स्कोर पर तीन विकेट गिरने से किवी बैकफुट पर आ गए और उबर नही पाए.
केदार जाधव का इस्तेमाल
कप्तान कोहली ने पिछले मैच में केदार जाधव से एक भी ओवर नहीं पिकवाया था जिसे लेकर उनकी आलोचना भी हुई लेकिन इस बार उन्होंने ये ग़लती नही की. जाधव को हालंकि कोई विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने किफायती बॉलिंग करते हुए अपने 8 ओवर में सिर्फ 31 रन दिए और बल्लेबाज़ों पर जबाव बनाए रखा.
लैथम, टैलर को बनाया जल्दी शिकार
लैथम और टैलर ने पिछले मैच में भारतीय गेंदबाज़ों की नाक में दम कर दिया था लेकिन इस बार दोनों को नहीं चलने दिया गया. टैलर 21 और लैथम सिर्फ 38 रन ही बना सके.
अक्षर पटेल का चयन सही
पिछले मैच में लैथम ने स्वीप और रिवर्स स्वीप लगाकर भारतीय स्पिनरों को तंग कर दिया था. इस मैच में कोहली ने कुलदीप की जगह अकक्षर पटेल को खिलाया और पटेल ने उसी शॉट पर लैथम का विकेट लिया जो उनका हथियार माना जा रहा था. लैथम पटेल को स्वीप करने की कोशिश में बोल्ड हो गए.