नई दिल्ली। इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे सीरीज के तीसरे टेस्ट में ऋषभ पंत ने भारत के लिए डेब्यू किया। वो भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 291वें खिलाड़ी बने। उन्हें ट्रेंट ब्रिज में तीसरे टेस्ट मैच से पहले कप्तान कोहली ने कैप दी। ऋषभ पंत को चोटिल दिनेश कार्तिक की जगह मौका दिया गया है। 20 साल के पंत को पहली बार टेस्ट टीम में चुना गया है। पंत उत्तराखंड के रुड़की के रहने वाले हैं। पंत का रुड़की से दिल्ली और फिर वहां से टीम इंडिया के साथ इंग्लैंड दौरे तक का सफर आसान नहीं रहा।
1. रात 2 बजे की बस पकड़ कर पहुंचते थे दिल्ली
ऋषभ पंत 4 अक्टूबर 1997 में हरिद्वार में पैदा हुए। उनके पिता राजेन्द्र पंत का सपना था कि उनका बेटा देश के लिए क्रिकेट खेले और इसके लिए उन्होंने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। ऋषभ रात 2 बजे की बस पकड़ कर कभी-कभी दिल्ली आते थे। ताकि वह 8 बजे के अभ्यास सत्र के लिए राजधानी पहुंच सके। इस पूरे सफर के दौरान उनकी मां ने भी उनका अहम साथ दिया। रोज 2 बजे उठकर दिल्ली आना नामुमकिन था, इसीलिए ऋषभ पंत दिल्ली आ गए।
2. राजस्थान के लिए खेले लेकिन बाहरी होने के कारण हुए बाहर
दिल्ली आकर पंत मशहूर सोनेट क्लब में खेलने पहुंचे। यहां उनकी मुलाकात तारक सिन्हा से हुई जो शिखर धवन सहित कई खिलाडियों के कोच रहे हैं। दिल्ली क्रिकेट संघ में चल रही राजनीति को देखते हुए तारक सिन्हा ने ऋषभ पंत को राजस्थान जाने को कहा और जहां उन्हें खेलने के ज्यादा मौके मिल सकते थे। पंत राजस्थान गए और वहां वह अंडर-14 और अंडर-16 क्रिकेट खेलने में कामयाब भी हुए, लेकिन एक बाहरी होने के कारण उन्हें अकादमी से बाहर कर दिया गया।
3. भारत के लिए अंडर-19 क्रिकेट में मचाया धमाल
ऋषभ राजस्थान से बाहर होने के बाद दिल्ली आए। जिसके बाद वह भारत के लिए 2016 में अंडर-19 विश्व कप के लिए चुने गए। नेपाल के खिलाफ उन्होंने 18 गेंदों पर अर्धशतक ठोका जो अभी भी अंडर-19 क्रिकेट का सबसे तेज़ अर्धशतक है। अगले ही मैच में उन्होंने नामिबिया के खिलाफ शतक जड़ दिया। इसी बीच IPL की नीलामी हुई और दिल्ली की टीम ने उन्हें 1.9 करोड़ की राशि में खरीदा। तब से पंत आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलते हैं। आईपीएल 11 के लिए दिल्ली की टीम ने उन पर इतना भरोसा जताया कि उन्हें पहले ही रिटेन कर लिया था।
4. रणजी ट्रॉफी में बनाया शानदार रिकॉर्ड
पंत ने 2016-17 के रणजी मुकाबलों के दौरान महाराष्ट्र के खिलाफ 308 रनों की हैरतंगेज पारी खेली। वसीम जाफर, अभिनव मुकुंद के बाद वे ऐसा करने वाले तीसरे युवा (18 साल) बल्लेबाज और सिर्फ दूसरे विकेट कीपर बने। दिल्ली के लिए यह रमन लांबा के 1994 में बनाए गए 312 रनों के बाद सबसे बड़ी पारी थी।
5. रणजी इतिहास का सबसे तेज रिकॉर्ड शतक
पंत ने 2016-17 सीजन में 48 गेंदों पर झारखंड के खिलाफ शतक बनाया जो रणजी इतिहास का सबसे तेज शतक है। इस दौरान उन्होंने पारी में 21 छक्के लगाए जो कि विश्व के किसी भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट मुकाबले में दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा है।