भारत ने यहां ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड के ऊपर अपना शिकंजा कस लिया। भारत ने मैच के दूसरे दिन रविवार का अंत अपनी दूसरी पारी में दो विकेट के नुकसान पर 124 रनों के साथ किया।
भारत के पास पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड के ऊपर 292 रनों की बढ़त है। भारत ने अपनी पहली पारी में 329 रन बनाए थे और फिर मैच के दूसरे दिन दूसरे सत्र में ही पांच विकेट लेने वाले हार्दिक पांड्या की अगुआई में इंग्लैंड को 161 रनों पर ही ढेर कर 168 रनों की बढ़त के साथ दूसरी पारी खेलने उतरी थी।
स्टम्प्स तक चेतेश्वर पुजारा 33 और कप्तान विराट कोहली आठ बनाकर खेल रहे हैं।
दूसरी पारी खेलने उतरी भारतीय टीम को शिखर धवन (44) और लोकेश राहुल (36) की सलामी जोड़ी ने एक बार फिर मजबूत शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 60 रनों की साझेदारी की। बेन स्टोक्स ने राहुल को बोल्ड कर भारत को पहला झटका दिया।
धवन ने इसके बाद पुजारा के साथ मिलकर टीम का स्कोर 111 तक पहुंचा दिया। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज अपने अर्धशतक से सिर्फ छह रन दूर था तभी लेग स्पिनर आदिल राशिद की गेंद उनके बल्ले को छूकर विकेटकीपर जॉनी बेयर्सटो के पास चली गई और धवन को पवेलियन लौटना पड़ा। धवन ने अपनी पारी में 63 गेंदों का सामना किया और छह चौके लगाए।
इसके बाद पुजारा और कोहली ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक कोई और विकेट नहीं गिरने दिया। दोनों ने अभी तक मिलकर 13 रन जोड़े हैं। पुजारा ने अभी तक 67 गेंदें खेली हैं जिनमें से पांच पर चौके मारे हैं।
इससे पहले, पांड्या ने इंग्लिश बल्लेबाजों को भारत के पहली पारी के स्कोर के आस-पास तक भी नहीं जाने दिया। एक बार जब पांड्या ने सफलता का स्वाद चखा तो वह लगातार विकेट पर विकेट लेते गए। पांड्या का यह प्रदर्शन टेस्ट में उनका अभी तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उनके अलावा जसप्रीत बुमराह और ईशांत शर्मा ने दो-दो विकेट अपने नाम किए। मोहम्मद शमी को एक विकेट मिला।
इंग्लैंड ने पहले सत्र में तेज शुरुआत की थी और भोजनकाल तक बिना कोई विकेट खोए नौ ओवरों में 46 रन बना लिए थे। लेकिन, दूसरे सत्र में भारतीय गेंदबाजों खासकर पांड्या ने इंग्लिश बल्लेबाजों का विकेट पर टिकना मुश्किल कर दिया। दूसरे सत्र में आने के कुछ ही देर बाद ईशांत ने एलिस्टर कुक (29) को विकेट के पीछे ऋषभ पंत के हाथों कैच कराया। इसी स्कोर पर बुमराह ने कीटन जेनिंग्स (20) को भी पंत की सहायता से पवेलियन भेजा।
ईशांत ने ओली पोप (10) को भी पंत की मदद से आउट किया। यहां से पांड्या हावी हो गए। उन्होंने अपना पहला शिकार इंग्लिश टीम के कप्तान जोए रूट (16) को बनाया। रूट 86 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौटे। बेन स्टोक्स (10) को आउट कर शमी ने अपना खाता खोला।
पांड्या ने बेयरस्टो (15), क्रिस वोक्स (8), आदिल राशिद (5), और स्टुअर्ट ब्रॉड (0) को लगातार अंतराल पर आउट कर इंग्लैंड का भारत के स्कोर से आस-पास जाना भी नामुमकिन कर दिया। जोस बटलर (39) ने अंत में कुछ बड़े शॉट खेल इंग्लैंड के स्कोरबोर्ड पर ज्यादा से ज्यादा रन टांगने की कोशिश की। उनकी 32 गेंदों की पारी में दो छक्के और तीन चौके शामिल रहे। उन्होंने 10वें विकेट के लिए जेम्स एंडरसन के साथ (नाबाद 1) 33 रनों की साझेदारी की। बटलर रन आउट होकर इंग्लैंड के आखिरी विकेट के रूप में पवेलियन लौटे।
इससे पहले भारतीय टीम दूसरे दिन अपने स्कोर में ज्यादा इजाफा नहीं कर पाई और 22 रनों के भीतर चार विकेट खोकर पवेलियन लौट गई। भारत ने पहले दिन का अंत छह विकेट के नुकसान पर 307 रनों के साथ किया था। दूसरे दिन उसने 323 के कुल स्कोर पर ऋषभ पंत (24) के रूप में अपना पहला विकेट खोया।
पंत के जाने तीन रन बाद ब्रॉड ने रविचंद्रन अश्विन (14) को बोल्ड कर दिया। एंडरसन ने शमी (3) और बुमराह (0) को आउट कर भारतीय पारी का अंत किया।
भारत के लिए सबसे ज्यादा 97 रन कप्तान विराट कोहली ने बनाए। उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने 81 रनों का योगदान दिया। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए हुई 159 रनों की साझेदारी के दम पर भारतीय टीम मजबूत स्कोर खड़ा करने में सफल रही।
इंग्लैंड के लिए एंडरसन, ब्रॉड और क्रिस वोक्स ने तीन-तीन विकेट लिए। आदिल राशिद ने एक विकेट लिया।