नई दिल्ली। इंग्लैंड के खिलाफ 1 अगस्त से शुरू हो रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए दोनों टीमें कमर कस चुकी हैं। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन टीम इंडिया के लिए ये सीरीज बेहद अहम मानी जा रही है। दरअसल टीम इंडिया ने 11 साल से इंग्लैंड में कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। आखिरी बार भारत ने इंग्लैंड में 2007 में (पटौदी ट्रॉफी) में जीत हासिल की थी। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने तीन मैचों की ये सीरीज 1-0 से अपने नाम की थी। सीरीज के दो मैच ड्रॉ रहे थे। जबकि एकमात्र मैच भारत ने 7 विकेट से जीता था। अब कोहली के कंधों पर भारत को सीरीज जिताने का दारोमादार होगा। हालांकि पहले मैच में भारत के खिलाड़ियों की कठिन परीक्षा होने वाली है। हम आपको उन 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो भारत को इंग्लैंड में जीत दिला सकते हैं।
चेतेश्वर पुजारा
एसेक्स के खिलाफ खेले गए तीन दिवसीय अभ्यास मैच में चेतेश्वर पुजारा भले ही फ्लॉप रहे हों लेकिन उनकी क्षमता पर सवाल नहीं उठाए जा सकते। पुजारा इंग्लैंड में काफी समय से काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं। ऐसे में उन्हें इंग्लैंड के मौसम में ढलने में दिक्कत नहीं होगी। पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ अब तक 14 टेस्ट मैच हैं। 14 मैचों की 25 पारियों में उन्होंने 46.13 के औसत से 1061 रन बनाए हैं। इस दौरान पुजारा ने 4 शतक और दो अर्धशतक भी लगाए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पुजारा दोहरा शतक भी लगा चुके हैं। पुजारा के पूरे टेस्ट करियर में 58 टेस्ट में 4531 रन, 14 शतक, 17 अर्द्धशतक पुजारा के नाम हैं। लेकिन इंग्लैंड में 5 टेस्ट में 222 रन, 1 अर्द्धशतक के साथ पुजारा का प्रदर्शन औसत रहा है। लेकिन इस बार उन्हें काउंटी का काफी अनुभव है जो पुजारा के काम आ सकता है। राहुल द्रविड़ के बाद पुजारा को भारतीय क्रिकेट की दीवार कहा जाता है। ऐसे में पुजारा भी इंग्लैंड में अपने आंकड़े सुधारने के लिए काफी एक्साइटेड होंगे।
विराट कोहली
भारतीय कप्तान पर सबसे ज्यादा उम्मीदें होंगी। हालांकि विराट कोहली के आंकड़ों पर नजर डालें तो उनके लिए पिछला (2014) इंग्लैंड बेहद निराशाजनक रहा था। कोहली ने यहां पांच टेस्ट मैचों में 13.50 की औसत से 1, 8, 25, 0, 39, 28, 0,7, 6 और 20 रन की पारी खेली थी। लेकिन 4 साल पहले के कोहली और अब के कोहली में काफी अंतर है। कोहली ने पिछले काफी समय में रनों का अंबार लगाया है। अभी हाल ही में कोहली ने इंग्लैंड में वनडे सीरीज में 3 मैचों में 191 रन जरूर बनाए। इसके अलावा एसेक्स के खिलाफ अभ्यास मैच में भी कोहली ने अर्धशतकीय पारी खेली। कोहली वो काम करने के लिए जाने जाते हैं जो कोई और न पाया हो। पिछले दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले कहा जा रहा था कि कोहली शतक नहीं बना पाएंगे। लेकिन याद हो, कोहली टेस्ट सीरीज में इकलौते शतकवीर बल्लेबाज रहे। कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ अब तक खेली 25 पारियों में 44.40 के औसत से 977 रन बनाए हैं। इस दौरान कोहली ने 3 शतक और 2 अर्धशतक भी लगाए। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में कोहली का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 235 रन रहा है। हालांकि इंग्लैंड में खेले 5 टेस्ट मैचों की 10 पारियों में उनके आंकड़े अच्छे नहीं रहे हैं। लेकिन इस बार कोहली से वैसे ही प्रदर्शन की उम्मीद है जैसा उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में किया था।
अजिंक्य रहाणे
भारतीय टेस्ट टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक रहाणे भले ही सीमित ओवर के खेल से दूर रहे हों लेकिन टेस्ट में उनकी काबिलियत हर किसी को पता है। रहाणे विदेश दौरे पर खुद को हमेशा साबित करते रहे हैं। रहाणे की विदेशी दौरे पर सफलता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि उन्होंने अभी तक लगाए 9 टेस्ट शतकों में से 6 शतक विदेशी धरती पर लगाए हैं जिसमें उनका लॉर्ड्स के मैदान पर लगाया गया शतक सभी को याद है। रहाणे ने इंग्लैंड के खिलाफ खेले 5 टेस्ट मैचों की 10 पारियों में 299 रन बनाए हैं।
दिनेश कार्तिक
भारतीय टेस्ट टीम के नियमित विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के चोटिल होने के बाद कार्तिक को टीम में खुद को साबित करने का अच्छा मौका है। कार्तिक ने 2010 के बाद सीधे 2018 में टेस्ट मैच खेला वो भी अफगानिस्तान के खिलाफ। अभ्यास मैच में कार्तिक ने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन विकेटकीपिंग में चुस्त नहीं दिखे। एसेक्स के खिलाफ कार्तिक सबसे ज्यादा रन (82) बनाने वाले बल्लेबाज रहे। कार्तिक के लिए टेस्ट टीम में जगह बनाने का इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा। महेंद्र सिंह धोनी के जाने के बाद टीम में एक अच्छे विकेटकीपर-बल्लेबाज की कमी दिखाई देती है। अगर कार्तिक ने मौका गंवाया तो ऋषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ी को मौका मिल सकता है। कार्तिक ने अपने टेस्ट करियर में 24 टेस्ट खेलते हुए 1004 रन बनाए हैं जिसमें 1 शतक, 7 अर्द्धशतक शामिल हैं। वहीं इंग्लैंड में 3 टेस्ट में 263 रन, 3 अर्द्धशतक कार्तिक के नाम है। ऐसे में कार्तिक खुद को साबित करने के लिए भरपूर कोशिश करेंगे। आपको बता दें कि कार्तिक रनों की गति को तेजी से आगे बढ़ाने में माहिर हैं।
ईशांत शर्मा
82 टेस्ट मैचों में 238 विकेट ले चुके भारतीय तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा इंग्लैंड में भारतीय गेंदबाजी के सबसे अहम हिस्सा होंगे। ईशांत भी काउंटी खेल रहे हैं। जहां उन्होंने शानदार गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया है। ईशांत शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ 12 टेस्ट मैचों की 19 पारियों में 3.10 की इनॉनमी से 38 विकेट झटके हैं। जिसमें एक बार 5 विकेट भी शामिल है। वहीं इंग्लैंड में इंग्लैंड के खिलाफ ईशांत के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने 7 मैचों की 10 पारियों में 25 विकेट झटके हैं। पहले टेस्ट मैच में भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति में ईशांत शर्मा के कंधों पर काफी जिम्मेदारी होगी। भारतीय का ये सबसे अनुभवी गेंदबाज पिछले काफी समय से अपनी लय और लेंथ से सभी को प्रभावित कर रहा है।