नई दिल्ली। भारतीय टीम 1 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। ये सीरीज भारतीय टीम के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है। 11 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने के इरादे से इंग्लैंड पहुंची टीम इंडिया पहला टेस्ट बर्मिंघम में खेलेगी। काफी बयानबाजी के बाद भारतीय टीम इंग्लैंड के वार के लिए तैयार है। हालांकि सबसे बड़ी सिरदर्दी भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए होगी। कोहली को प्लेइंग इलेवन चुनने के लिए काफी सोच विचार करना होगा। इसका सबसे बड़ा कारण है शिखर धवन की फॉर्म और केएल राहुल का मौके पर रन बनाना। अभी एसेक्स के खिलाफ हुए तीन दिवसीय अभ्यास मैच में शिखर धवन दोनों बार 0 पर बोल्ड हुए। जिसके बाद उनका पहले टेस्ट मैच में खेलना मुश्किल माना जा रहा है। सवाल उठता है कि बर्मिंघम टेस्ट में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन क्या होगी? खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन इस प्रकार हो सकती है। (Read also: IND VS ENG 1st Test: इंग्लैंड के 1000वें टेस्ट के रंग में भंग डालने के इरादे से उतरेगी टीम इंडिया)
मुरली विजय
भारतीय सलामी बल्लेबाज मुरली विजय अच्छी फॉर्म में हैं। एसेक्स के खिलाफ तीन दिवसीय अभ्यास मैच में विजय ने टीम को अछी शुरुआत दिलाई। हालांकि 53 रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन विजय इंग्लैंड में खुद को साबित करना चाहेंगे। टेस्ट स्पेशलिस्ट विजय डिफेंसिव खेलने में माहिर हैं लेकिन दक्षिण अफ्रीका दौरे पर बाहर जाती गेंदों पर खेलने के कारण अपना विकेट गंवाते रहे। विजय को इंग्लिश गेंदबाजों की बाहर जाती गेंदों पर सावधान रहने की जरूरत होगी। करियर में 57 टेस्ट खेल चुके विजय ने 3907 रन, 12 शतक, 15 अर्द्धशतक बनाए हैं। लेकिन इंग्लैंड की जमीन पर उनके नाम पांच टेस्ट में एक शतक और दो अर्द्धशतक के साथ 402 रन हैं।
केएल राहुल
केएल राहुल ने मौके पर चौका मारा है। जहां एक तरफ शिखर धवन फ्लॉप चल रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ केएल राहुल ने अच्छी फॉर्म दिखाई है। केएल राहुल का पहला इंग्लैंड दौरा है ऐसे में कोहली उन्हें मौका दे सकते हैं। लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि क्या राहुल मौके का फायदा उठा सकते हैं।
चेतेश्वर पुजारा
एसेक्स के खिलाफ खेले गए तीन दिवसीय अभ्यास मैच में चेतेश्वर पुजारा भले ही फ्लॉप रहे हों लेकिन उनकी क्षमता पर सवाल नहीं उठाए जा सकते। पुजारा इंग्लैंड में काफी समय से काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं। ऐसे में उन्हें इंग्लैंड के मौसम में ढलने में दिक्कत नहीं होगी। पुजारा ने इंग्लैंड के खिलाफ अब तक 14 टेस्ट मैच हैं। 14 मैचों की 25 पारियों में उन्होंने 46.13 के औसत से 1061 रन बनाए हैं। इस दौरान पुजारा ने 4 शतक और दो अर्धशतक भी लगाए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पुजारा दोहरा शतक भी लगा चुके हैं। कुल मिलाकर पुजारा का खेलना भी लगभग पक्का माना जा रहा है।
विराट कोहली
भारतीय कप्तान विराट कोहली पर इंग्लैंड में खुद को साबित करने का सबसे अच्छा मौका है। विराट कोहली के आंकड़ों पर नजर डालें तो उनके लिए पिछला (2014) इंग्लैंड बेहद निराशाजनक रहा था। कोहली ने यहां पांच टेस्ट मैचों में 13.50 की औसत से 1, 8, 25, 0, 39, 28, 0,7, 6 और 20 रन की पारी खेली थी। लेकिन 4 साल पहले के कोहली और अब के कोहली में काफी अंतर है।
अजिंक्य रहाणे
विदेश दौरों पर भारतीय टेस्ट टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक रहाणे भले ही सीमित ओवर के खेल से दूर रहे हों लेकिन टेस्ट में उनकी काबिलियत हर किसी को पता है। रहाणे विदेश दौरे पर खुद को हमेशा साबित करते रहे हैं। रहाणे की विदेशी दौरे पर सफलता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि उन्होंने अभी तक लगाए 9 टेस्ट शतकों में से 6 शतक विदेशी धरती पर लगाए हैं जिसमें उनका लॉर्ड्स के मैदान पर लगाया गया शतक सभी को याद है। कुल मिलाकर रहाणे का खेलना भी पक्का माना जा रहा है।
दिनेश कार्तिक
भारतीय टेस्ट टीम के नियमित विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के चोटिल होने के बाद कार्तिक को टीम में खुद को साबित करने का अच्छा मौका है। कार्तिक ने 2010 के बाद सीधे 2018 में टेस्ट मैच खेला वो भी अफगानिस्तान के खिलाफ। अभ्यास मैच में कार्तिक ने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया। एसेक्स के खिलाफ कार्तिक सबसे ज्यादा रन (82) बनाने वाले बल्लेबाज रहे। कार्तिक के लिए टेस्ट टीम में जगह बनाने का इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा।
दक्षिण अफ़्रीका दौरे पर एक ऑल राउंडर के रूप में हार्दिक पंड्या की जमकर तारीफ हुई। अफगानिस्तान के खिलाफ भी पांड्या ने बल्ले का दम दिखाया। पांड्या ने 7 टेस्ट में 368 रन, 1 शतक और 3 अर्द्धशतक की मदद से बनाए हैं। सही मायने में ऑल राउंडर होने का तमगा हासिल करने के लिए पांड्या को गेंद और बल्ले दोनों से इंग्लिश पिचों पर कमाल दिखाना होगा। हार्दिक पांड्या इंग्लैंड की तेज पिचों पर भारत के लिए काफी मददगार साबित हो सकते हैं।
रविचंद्रन अश्विन
रविचंद्रन अश्विन मौजूदा भारतीय टीम में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले स्पिनर हैं। भारतीय टेस्ट टीम का अहम हिस्सा रहे अश्विन इंग्लैंड में काउंटी खेल चुके हैं। ऐसे में उन्हें इंग्लैंड की पिचों पर तालमेल बिठाने में आसानी होगी। हालांकि अश्विन के बारे में कहा जाता है कि वे विदेश दौरे पर कुछ खास नहीं कर पाते हैं। लेकिन इस बार उनके पास खुद को साबित करने का मौका है।
मोहम्मद शमी
भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह की पहले मैच में अनुपस्थिति के कारण मोहम्मद शमी को मौका मिलना लगभग तय है। देखना दिलचस्प होगा कि कोहली मोहम्मद शमी का कैसे इस्तेमाल करते हैं।
ईशांत शर्मा
भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण में सबसे अनुभवी गेंदबाज ईशांत शर्मा भारत के लिए बेहद खास साबित होंगे। ईशांत इंग्लैंड में पिछले कुछ समय से काउंटी खेल रहे हैं जिसका फायदा टीम को मिलना तया है। ईशांत शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ 12 टेस्ट मैचों की 19 पारियों में 3.10 की इनॉनमी से 38 विकेट झटके हैं। जिसमें एक बार 5 विकेट भी शामिल है। वहीं इंग्लैंड में इंग्लैंड के खिलाफ ईशांत के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने 7 मैचों की 10 पारियों में 25 विकेट झटके हैं।
उमेश यादव
टी20 और वनडे क्रिकेट में धमाल मचाने के बाद उमेश यादव ने एसेक्स के खिलाफ अभ्यास मैच में सबसे ज्यादा 4 विकेट झटके थे। उमेश यादव आईपीएल से लेकर अब तक शानदार फॉर्म में हैं। उनकी स्पीड भारतीय टीम के लिए बेहद कारगर साबित होगी।