अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम की नाबाद अर्धशतकीय पारी से बांग्लादेश ने पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को सात विकेट से जीत दर्ज करके भारत के खिलाफ अपनी पहली जीत दर्ज की।
पिछले कुछ दिनों से क्रिकेट के बजाय धुंध को लेकर अधिक चर्चा रही लेकिन जब खिलाड़ी मैदान पर उतरे तो केवल क्रिकेट की बात हुई। भारत ने बांग्लादेश को 149 रन का लक्ष्य दिया और उसने 19.3 ओवर में तीन विकेट पर 154 रन बनाकर अपने क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जोड़ा।
बांग्लादेश की यह भारत पर नौ मैचों में पहली जीत है। बांग्लादेश ने न सिर्फ भारत के खिलाफ जीत का खाता खोला बल्कि यह भी दिखा दिया कि उसकी टीम शाकिब अल हसन और तमीम इकबाल के बिना जीत दर्ज कर सकती है। अनुभवी मुशफिकुर रहीम (43 गेंदों पर नाबाद 60) ने जिम्मेदारी भरी पारी खेली। उन्होंने सौम्या सरकार (35 गेंदों पर 39) के साथ तीसरे विकेट के लिये 60 रन जोड़े।
कप्तान महमुदुल्लाह (सात गेंदों पर नाबाद 15) ने विजयी छक्का लगाया। भारत की तरफ से सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने सर्वाधिक 41 रन बनाये लेकिन इसके लिये उन्होंने 42 गेंदें खर्च की। ऋषभ पंत ने 26 गेंदों पर 27 रन बनाये। वाशिंगटन सुंदर (पांच गेंद पर नाबाद 14) और क्रुणाल पंड्या (आठ गेंद पर नाबाद 15) के प्रयासों से भारत ने आखिरी दो ओवरों में 30 रन जुटाये और छह विकेट पर 148 रन का सम्मानजनक स्कोर हासिल किया।
बांग्लादेश के लिये लेग स्पिनर अमीनुल इस्लाम बिप्लव ने 22 रन देकर दो और तेज गेंदबाज शफीउल इस्लाम ने 36 रन देकर दो विकेट लिये। दीपक चाहर (24 रन देकर एक विकेट) ने पहले ओवर में ही लिटन दास (सात) को आउट करके भारत को सकारात्मक शुरुआत दिलायी। मोहम्मद नईम ने चाहर पर छक्का और चौका जबकि सौम्या सरकार ने सुंदर की गेंद छह रन के लिये भेजकर पावरप्ले में स्कोर एक विकेट पर 45 रन पहुंचाया।
चहल ने आठवें ओवर में गेंद थामी और पदार्पण मैच में खेल रहे नईम पर दबाव बनाकर उन्हें लांग आन पर खड़े धवन को हवा में लहराता कैच देने के लिये मजबूर किया। इस लेग स्पिनर ने मुशफिकुर रहीम को भी परेशानी में रखा। इस बीच पंत ने रहीम के खिलाफ विकेट के पीछे कैच पर भारत का एकमात्र रिव्यू गंवाया।
रहीम और सरकार ने सहजता से रन बटोरकर स्कोर बोर्ड चलायमान रखा। युजवेंद्र चहल (24 रन देकर एक विकेट) को छोड़कर भारत के दूसरे स्पिनर सुंदर (चार ओवर में 25 रन) और पंड्या (चार ओवर में 32 रन) को खेलने में उन्हें खास परेशानी नहीं हुई। सरकार ने पंड्या पर डीप मिडविकेट पर छक्का भी लगाया। इन दोनों ने 48 गेंदों पर अर्धशतकीय साझेदारी निभायी।
बांग्लादेश को अंतिम चार ओवर में 44 रन की दरकार थी। रहीम ने खलील अहमद की गेंद फाइन लेग पर छह रन के लिये भेजी लेकिन इस गेंदबाज ने आफ कटर पर सरकार की गिल्लियां थर्राकर भारत को सही समय पर सफलता दिलायी। रहीम भी पवेलियन में होते लेकिन पंड्या ने उनका आसान कैच टपका दिया।
भारत को पंड्या की यह गलती महंगी पड़ी। रहीम ने खलील पर लगातार चार चौके जड़े और इस बीच अपना अर्धशतक भी पूरा किया। खलील (चार ओवर में 37 रन) के इस ओवर में 18 रन बने जिससे बांग्लादेश की जीत सुनिश्चित हो गई। इससे पहले टास ने रोहित शर्मा का साथ नहीं दिया। रोहित (नौ) ने पहले ओवर में दो विश्वसनीय चौके जड़कर धुंध के बावजूद बड़ी संख्या में स्टेडियम में पहुंचे दर्शकों में उत्साह भरा लेकिन शफीउल के इसी ओवर की सीम लेती आखिरी गेंद पर पगबाधा आउट हो गये। डीआरएस भी उन्हें पवेलियन लौटने से नहीं रोक पाया।
धवन लंबे समय तक क्रीज पर टिके रहे लेकिन इस बीच वह जूझते हुए नजर आये। इस बीच एक दो अवसरों पर भाग्य ने भी उनका साथ दिया। तेज गेंदबाज अल अमीन हुसैन ने पावरप्ले में धवन और केएल राहुल दोनों को बांधे रखा जिससे पहले छह ओवर तक स्कोर एक विकेट पर 34 रन तक ही पहुंच पाया।
अल अमीन ने पावरप्ले में दो ओवरों में छह रन दिये। महमुदुल्लाह ने पावरप्ले के बाद लेग स्पिनर बिप्लव को गेंद थमायी और उन्होंने पहले ओवर में ही राहुल (15) बेहद धीमी गेंद पर आसान कैच देने के लिये मजबूर किया। नये बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने हालांकि इसी ओवर में डीप एक्स्ट्रा कवर पर छक्का जड़कर दर्शकों को उत्साहित किया।
अय्यर (13 गेंद पर 22 रन) ने बिप्लव पर दूसरा छक्का लगाया पर इसी गेंदबाज के अगले ओवर में एक और लंबा शाट खेलकर लांग आफ पर कैच दे बैठे। इसके बाद चार ओवरों में केवल 16 रन बने। धवन के अलावा पंत भी रन बनाने के लिये संघर्ष कर रहे थे। महमदुल्लाह आठवें गेंदबाज के रूप में गेंदबाजी करने आये तो धवन ने उनका छक्के से स्वागत किया लेकिन तेजी से रन चुराने के प्रयास में वह रन आउट हो गये।
अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे शिवम दुबे (एक) का आफ स्पिनर आफिफ हुसैन ने अपनी ही गेंद पर खूबसूरत कैच लिया जबकि पंत ने अपना विकेट इनाम में दिया। सुंदर ने अंतिम दो ओवरों में एक एक छक्का लगाया जबकि पंड्या ने अल अमीन पर गगनदायी छक्का जड़कर भारतीय पारी का अंत किया।