भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक डे-नाईट टेस्ट मैच को यादगार बनाने का भारतीय सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के पास सुनहरा मौका है। गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले भारत के पहले मैच में मयंक क्रिकेट के सर डॉन ब्रैडमैन की बराबरी कर सकते हैं। अपने टेस्ट करियर के 8 टेस्ट मैचों में 71.50 की धाकड़ औसत के साथ बल्लेबाजी करने वाले मयंक अभी तक तीन शतक मार चुके हैं। जिसमें उनके नाम दो दोहरे शतक शामिल है। ऐसे में मयंक अगर कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में अपने करियर की 13वीं पारी में 142 रन बनाते हैं तो वो टेस्ट करियर में अपने 1000 रन पूरे कर लेंगे। जिसके चलते वो टेस्ट क्रिकेट में 1 हजार रन पूरा करने के मामले में डॉन ब्रैडमैन की बराबरी कर लेंगे। उन्होंने भी अपने करियर में 13वीं पारी में 1 हजार टेस्ट रन पूरे किए थे।
गौरतलब है की भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच में मयंक अग्रवाल ने अपने करियर का दूसरा दोहरा शतक जड़ा था। जिसके चलते उन्होंने इस मामले में पहले ही डॉन ब्रैडमैंन को पीछे छोड़ दिया था। मयंक ने अपने करियर की 12वीं पारी में दूसरा दोहरा शतक जड़ा था। जबकि डॉन ने अपने करियर की 13वीं पारी में दूसरा दोहरा शतक जड़ा था। जिसके चलते मयंक ने डॉन ब्रैडमैन को पछाड़ते हुए ये मुकाम हासिल किया था। जबकि इस मामले में सबसे आगे भारत के पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली हैं जिन्होंने महज 5वीं पारी में ही दूसरा दोहरा शतक ठोंक दिया था।
हालाँकि ईडन गार्डन में तैयार की जाने वाली पिच के बारें में बात करें तो गुलाबी गेंद होने के कारण विकेट पर घास ज्यादा होगी। जिससे लाल गेंद की तुलना में गेंद के स्विंग और सीम होने के ज्यादा आसार है। ऐसे में बतौर सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल की बल्लेबाजी की असली परीक्षा होगी, जिस पर खरा उतरते हुए उनके पास भारत के पहले डे-नाईट टेस्ट मैच को यादगार बनाने के सुनहरा मौका है। ये मैच 22 नवंबर से कोलकाता के ईडन गार्डन में खेला जाएगा।