भारतीय ओपनर मयंक अग्रवाल ने अपने दूसरे टेस्ट की पहली पारी में गजब की बल्लेबाजी की और शानदार पारी खेली। लेकिन 27 साल के मयंक लगातार दूसरे टेस्ट में शतक से चूक गए हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेले जा रहे चौथे और आखिरी टेस्ट में ओपनिंग करते हुए मयंक ने 77 रन की अहम पारी खेली। इतना ही नहीं उन्होंने पैट कमिंस और जोश हेजलवुड जैसे खतरनाक गेंदबाजों का बखूबी सामना करते हुए दूसरे विकेट के लिए चेतेश्वर पुजारा के साथ 100 से ज्यादा रन की साझेदारी की। मयंक सयंम से बल्लेबाजी करते हुए भारतीय पारी को आगे बढ़ा रहे थे तभी नाथन लायन की गेंद पर मयंक ने क्रीज से आगे निलकर शॉट खेला लेकिन इस बार गेंद उनके बल्ले पर ठीक तरीके से आई नहीं और लॉन्ग ऑन पर स्टार्क ने कैच ले लिया।
96 गेंदों में अपना अर्धशतक जड़ने वाले मयंक की ये पारी बेहद खास है क्योंकि टीम इंडिया ने के एल राहुल का विकेट दूसरे ओवर में ही गंवा दिया था। ऐसे में मयंक अग्रवाल पर जिम्मेदारी थी कि वो एक छोर पर डटे रहें और वो ऐसा करने में कामयाब भी रहे।
वहीं, पहले टेस्ट की पहली पारी में मयंक ने 76 रन बनाए थे। इसके साथ ही मयंक ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर अपने डेब्यू ही टेस्ट में अर्धशतक लगाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बने। इसके अलावा साल 1947 के बाद यानी 71 साल के बाद किसी भारतीय ने ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू टेस्ट में अर्धशतक जड़ा है। मयंक से पहले दिसंबर, 1947 में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में दत्तू फडकर ने अपने पहले ही टेस्ट में अर्धशतक लगाया था।