मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के चोटिल सलामी बल्लेबाज एरॉन फिंच ने कहा कि वह भारत के खिलाफ बाक्सिंग डे टेस्ट में सिर्फ उसी हालत में नहीं खेल पायेंगे जब कोई उनकी अंगुली काट देगा। फिंच पर्थ में दूसरे टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 25 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे जब मोहम्मद शमी की गेंद उनकी उंगली में लग गयी। यह इतनी तेज लगी कि इस कट से उनकी हड्डी तक दिखने लगी।
उनकी इसी अंगुली पर पहले भी चोट लग चुकी है। ऑस्ट्रेलिया के वनडे और टी20 कप्तान ने कहा कि यह चोट बहुत गहरी थी। उन्होंने कहा, ‘‘यह झटके की तरह थी, दर्द भयंकर था। मुझे ऐसा लगा कि यह अंगुली फट जायेगी, जो काफी मजाकिया है। मुझे लगता है कि पिछले महीने भी कई बार इसमें चोट लग चुकी है। ट्रेनिंग में मिशेल स्टार्क की गेंद दो बार लगी और फिर मैच में शमी की गेंद।’’
फिंच ने कहा, ‘‘दो साल पहले श्रीलंका में भी इसी अंगुली में चोट लगी थी इसलिये मुझे उन्हें या तो रोकना शुरू करना होगा या फिर गेंद खेलने के लिये दस्तानों के बजाय बल्ले का इस्तेमाल करना होगा। मुझे इससे भयंकर दर्द हुआ था।’’ ऑस्ट्रेलिया की चिकित्सीय टीम द्वारा हरी झंडी के बाद फिंच बाक्सिंग डे टेस्ट में खेलने को लेकर बेताब है।
उन्होंने कहा, ‘‘विक्टोरिया से होने के नाते बाक्सिंग डे टेस्ट में नहीं खेलना तभी होगा जब यह कट जायेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लग रहा है कि पिछले दो दो दिनों में यह शत प्रतिशत सुधर गयी है। मैंने कुछ नये बल्ले लिये हैं इसलिये मैं लाउंज रूम में इन्हें घुमाकर देख रहा हूं। और अंगुली ठीक लग रही है।’’ वह बड़ा स्कोर बनाकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज विभाग में शीर्ष स्थान में अपना स्थान पक्का करने को बेताब हैं, उन्होंने कहा कि वह अगले 48 घंटों में अपनी अंगुली की
स्थिति का आकलन जारी रखेंगे, हालांकि उन्हें मैच में भागीदारी के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं। इस 32 वर्षीय ने कहा, ‘‘लेकिन इस समय मैं सामान्य काम कर पा रहा हूं और मैं स्लिप में क्षेत्ररक्षण की योजना बना रहा हूं और इसके लिये जो भी जरूरी होगा वह करूंगा। ’’