पर्थ। ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज मार्कस हैरिस ने कहा कि एडीलेड में अपने पदार्पण टेस्ट के दौरान वह अपनी क्षमता के अनुसार नहीं खेल पाए। उन्होंने साथ ही कहा कि भारत जैसी स्तरीय टीम के खिलाफ गलती की कोई गुंजाइश नहीं थी। एडीलेड ओवल में पदार्पण करते हुए दोनों पारियों में समान 26 रन बनाने वाले हैरिस ने कहा, ‘‘आप एक व्यक्ति के रूप में स्वयं पर हमेशा संदेह करते हैं, आप सुनिश्चित नहीं होते कि आप टेस्ट क्रिकेट में फिट होंगे या नहीं। इसलिए दोनों पारियों में क्रीज पर समय बिताना अच्छा था। मैंने बिलकुल भी महसूस नहीं किया कि मैं अपनी क्षमता के अनुसार खेला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैंने काफी जल्दी महसूस कर लिया कि वे ढीली गेंदबाजी नहीं करने वाले और आप उन्हें जो मौके देंगे वे उसे नहीं गंवाएंगे। इसलिए आपको पहली गेंद से दृढ़संकल्प के साथ खेलना होगा।’’ हैरिस ने कहा, ‘‘मैंने महसूस किया कि मेरा खेल इसके लायक है, संभवत: सही फैसला करना और क्रीज पर लंबा समय बिताने की जरूरत है लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं अपनी क्षमता के अनुसार खेल पाया।’’
हैरिस को पहली बार में रविचंद्रन अश्विन जबकि दूसरी पारी में मोहम्मद शमी ने आउट किया और इस बल्लेबाज ने कहा कि वह शुक्रवार से शुरू हो रहे पर्थ टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों से निपटने की योजना पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आर अश्विन के खिलाफ कुछ योजनाओं पर मैंने पहली ओर दूसरी पारी के बीच कड़ी मेहनत की। अब मैं अराउंड द विकेट गेंदबाजी करने वाले गेंदबाजों पर काम कर रहा हूं।’’
ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट में 31 रन के करीबी अंतर से हार का सामना करना पड़ा था और हैरिस ने कहा कि मेजबान टीम करीबी मुकाबले से आत्मविश्वास लेना चाहेगी और अब दारोमदार शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पर होगा कि वे निचल क्रम की उम्दा गेंदबाजी से जिम्मेदारी लें। भारत की तरफ ऑस्ट्रेलिया ने भी बुधवार को वाका मैदान पर अभ्यास किया लेकिन इस दौरान तीन तेज गेंदबाजों और नाथन लियोन ने ब्रेक लिया।
हैरिस ने मिशेल स्टार्क का समर्थन करते हुए कहा कि एडीलेड में उनकी गेंदबाजी में पैनापन था और वह दूसरे टेस्ट में भी खेलने को तैयार हैं। नया पर्थ स्टेडियम अपने पहले टेस्ट की मेजबानी के लिए तैयार है जो हैरिस का घरेलू मैदान है। इस सलामी बल्लेबाज ने इच्छा जताई कि यह मैच पुराने वाका मैदान पर होता तो अच्छा रहता लेकिन वह आप्टस स्टेडियम में खेलने को लेकर उत्सुक हैं।