ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जेसन बेहरेनडॉर्फ ने सिडनी में भारत के खिलाफ वनडे डेब्यू से पहले मजाक में कहा था कि वो पहले ओवर में विकेट लेंगे और मैच में ऐसा ही हुआ। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम चौथे ओवर में चार रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे जिसमें बेहरेनडॉर्फ ने पहले ओवर में ही शिखर धवन को शून्य पर आउट किया था। बेहरेनडॉर्फ ने कहा, ‘‘पहले ओवर में मैं थोड़ा परेशान था। लेकिन जिस तरह से पहला ओवर हुआ मैं इससे ज्यादा उम्मीद नहीं कर सकता था। मैंने अपने साथियों से कहा था कि मैं अपने पहले वनडे के पहले ओवर में विकेट लेना चाहूंगा और ऐसा ही हो गया। इससे मेरी परेशानी थोड़ी कम हुई।’’
नई गेंद से उनके जोडीदार झाय रिचर्डसन ने कप्तान विराट कोहली और अंबाती रायडू का विकेट लेकर भारत को बैकफुट पर धकेल दिया जहां से टीम वापसी करने में नाकाम रही। उन्होंने कहा, ‘‘ रिचर्डसन और मैंने साझेदारी में काम किया। मेरी मुख्य ताकत गेंद को स्विंग कराना है। वो (रिचर्डसन) बहुत तेज गेंदबाजी करते हैं। हमारी योजना शुरुआत में विकेट लेने की थी और किस्मत ने हमारा साथ दिया। पीटर सिडल ने बीच के ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की और मुझे लगा कि सभी गेंदबाजों ने वास्तव में शानदार गेंदबाजी की। हमारे पास सरल योजनाएं थीं और ज्यादातर समय हम उस पर खरे उतरे।’’
बेहरेनडॉर्फ ने मैच में 39 रन देकर दो विकेट लिए जिसमें अनुभवी महेन्द्र सिंह धोनी का विकेट भी शामिल था। उन्होंने धोनी का विकेट ऐसे समय लिया जब सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ उनकी 141 रन की साझेदारी हो गई थी। ऑस्ट्रेलिया ये मैच 34 रन से जीता और तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
उन्होंने कहा, ‘‘ रोहित और धोनी ने बड़ी साझेदारी की। हम नर्वस नहीं थे लेकिन हम थोड़े दबाव में जरूर थे। मैच ऐसे मोड़ पर पहुंच गया था जहां विकेट नहीं मिलने पर वो हमारे हाथ से निकल सकता था। इस साझेदारी के टूटते ही मैच का रूख बदल गया। धोनी के बाद हम रोहित का विकेट लेने में भी सफल रहे।’’