भारत और अफगानिस्तान के बीच खेले जा रहे एतिहासिक टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल खत्म हो गया। एतिहासिक टेस्ट मैच के पहले दिन काफी कुछ ऐसा घटा जिसने इस दिन को इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज करा दिया। शिखर धवन ने तेज-तर्रार शतक लगाया, तो वहीं मुरली विजय ने करियर का 12वां शतक ठोका। अफगानिस्तान ने पहली बार टेस्ट क्रिकेट का स्वाद चखा तो वहीं दिनेश कार्तिक को 8 साल बाद टेस्ट खेलने का मौका मिला। आइए आपको बताते हैं पहले दिन के खेल की 5 बड़ी बातें।
धवन बने पहले भारतीय: धवन ने अफगानिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन लंच से पहले ही शतक ठोक डाला। इसके साथ ही धवन लंच से पहले शतक लगाने वाले भारत के पहले और दुनिया के छठे बल्लेबाज बन गए। धवन से पहले विक्टर ट्रंपर, चार्ल्स मैकार्टने, डॉन ब्रैडमैन, माजिद खान इस कारनामे को अंजाम दे चुके हैं।
धवन-विजय ने बनाया रिकॉर्ड: इस मैच में पहले धवन और फिर विजय ने शतक लगाया। इसके साथ ही ये तीसरा मौका है जब इन दोनों सलामी बल्लेबाजों ने एक ही मैच की एक ही पारी में शतक लगाया है। इनके अलावा भारत की कोई भी सलामी आज तक एक बार से ज्यादा ऐसा नहीं कर सकी है।
दिनेश कार्तिक ने 8 साल बाद खेला टेस्ट: कार्तिक के लिए लिए भी ये टेस्ट यादगार रहा क्योंकि उन्हें 8 साल के बाद टेस्ट टीम में जगह मिली है। कार्तिक ने भारत के लिए इस टेस्ट से पहले आखिरी टेस्ट साल 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। उस टेस्ट से लेकर अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट तक कार्तिक 87 टेस्ट मिल कर चुके थे जो कि भारत की तरफ से सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। हालांकि कार्तिक के लिए ये टेस्ट बल्ले से कुछ खास नहीं रहा और वो पहली पारी में 4 रन बनाकर रन आउट हो गए।
अफगानिस्तान का टेस्ट डेब्यू: इस मैच के जरिए अफगानिस्तान की टीम ने टेस्ट क्रिकेट में अपने कदम रखे। अफगानिस्तान टेस्ट खेलने वाला दुनिया का 12वां देश बन गया है। अफगानिस्तान से पहले हाल ही में आयरलैंड की टीम ने भी टेस्ट में डेब्यू किया था।
बैंगलुरू में एक दिन में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर: भारत ने बैंगलुरू टेस्ट के पहले दिन 347 रन बनाए जो कि बैंगलुरू में किसी भी दिन के बाद सबसे ज्यादा स्कोर का दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इसस पहले भारत ने साल 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ पहले दिन का खेल खत्म होने तक 365 रन बनाए थे।