साल 2019 भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बेमिसाल रहा, खासतौर से टेस्ट फॉर्मेट में भारत ने लाजवाब खेल का प्रदर्शन किया। भारतीय टीम ने इस पूरे साल में कुल आठ टेस्ट मैच खेले जिसमें उसे एक में भी हार का मूंह नहीं देखना पड़ा। टीम ने अपने इन आठ मुकाबलों में से सात में जीत दर्ज की जबकि एक मैच ड्रॉ रहा। भारतीय टीम के लिए बांग्लादेश के खिलाफ पिंक बॉल डे नाइट टेस्ट मैच इस साल का आखिरी मुकाबला था। इस मुकाबले को भारत ने पारी और 46 रनों से जीता। यही वजह है कि भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंकतालिका में 360 अंको के साथ पहले स्थान पर विराजमान है।
भारत को टेस्ट चैंपियनशिप में पहले स्थान पर पहुंचाने में टीम के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों का अहम योगदान रहा। इन भारतीय बल्लेबाजों ने हर मौके पर टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर जीत की इबारत लिखी। आइए जानते हैं भारतीय टीम के उन टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के बारे में जिनके लिए यह साल टेस्ट में बेस्ट रहा।
मयंक अग्रवाल
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल का है। मयंक ने अपनी बल्लेबाजी से साल 2019 को यादगार बना दिया। उन्होंने इस साल कुल आठ टेस्ट मैच खेले जिसमें वे 68.54 की औसत से 754 रन बनाए। इस दौरान मयंक ने तीन शतक लगाए जिसमें दो दोहरे शतक भी शामिल है। इस शानदार प्रदर्शन की वजह से ही मयंक ने आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पहली टॉप-10 में अपनी जगह बनाई।
इस शानदार प्रदर्शन के साथ ही मयंक ने टीम की एक बड़ी मुश्किल को भी हल कर दिया। क्रिकेट के इस फॉर्मेट में मयंक एक स्थापित ओपनर बल्लेबाज के तौर पर उभरकर सामने आए।
रोहित शर्मा
वनडे और टी-20 में अपनी बल्लेबाजी से धमाल मचा चुके रोहित शर्मा लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट में संघर्ष कर रहे थे लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में उन्होंने ऐसी बल्लेबाजी की कि कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
रोहित साल 2013 में पहली बार लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए ओपनिंग करने मैदान पर उतरे थे। इसके 6 साल बाद रोहित को पहली बार टेस्ट में ओपनिंग करने का मौका मिला और उन्होंने ओपनर बल्लेबाज के तौर पर अपने पहले ही टेस्ट मैच में इतिहास रच दिया।
रोहित ने ओपनर बल्लेबाज के तौर पर अपने पहले ही टेस्ट मैच के दोनों पारियों में शतक लगाने का कारनामा किया।
साल 2019 में रोहित ने कुल पांच टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 92.66 की औसत से 556 रन बनाए। इस दौरान रोहित के बल्ले से तीन शतक निकले जिसमें 212 रनों की बड़ी पारी भी शामिल है।
अजिंक्य रहाणे
टेस्ट टीम के मध्यक्रम बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। इस वजह उन्हें वर्ल्डकप टीम से भी बाहर होना पड़ा था लेकिन रहाणे ने हार नहीं मानी और अपनी बल्लेबाजी में सुधार के लिए काउंटी क्रिकेट खेलना जारी रखा।
काउंटी में शानदार प्रदर्शन के बाद एक बार फिर से रहाणे के लिए टीम इंडिया के दरवाजे खुल गए। रहाणे ने अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैचों में अर्द्धशतकीय पारी खेलकर इसका सबूत दे दिया। इससे पहले उन्हें टेस्ट में काफी संघर्ष करना पड़ रहा था। रहाणे दो साल से एक भी शतक नहीं लगा पा रहे थे।
रहाणे ने इस साल कुल 8 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 71.33 की औसत से 642 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से दो शतक भी निकला। इतना ही नहीं रहाणे इस साल टेस्ट में पांचवे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी हैं।
विराट कोहली
भारतीय कप्तान विराट कोहली पिछले कुछ सालों से कातिलाना फॉर्म में चल रहे हैं। क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में वे धमाकेदार बल्लेबाजी कर रहे हैं लेकिन इस साल टेस्ट क्रिकेट में उनका बल्ला उनके फॉर्म के अनुरूप नहीं चला।
विराट कोहली ने इस साल कुल आठ टेस्ट मैचों में 68.00 की औसत से 612 रन ही बना पाए। इस दौरान उन्होंने दो शतक लगाए जिसमें साउथ अफ्रीका के खिलाफ उनकी नाबाद 254 रनों की पारी भी शामिल है।
हालांकि इसके बावजूद कोहली ने कई रिकॉर्ड अपने नाम करने में सफल रहे। कोहली बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में 136 रन बनाए। इसके साथ ही कोहली कप्तान के तौर पर टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 5000 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने।
इतना ही नहीं कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट में अधिक शतक लगाने के मामले में तीसके स्थान पर आ गए हैं। कोहली से आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोटिंग हैं। कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अबतक कुल 70 शतक लगा चुके हैं जबकि सचिन 100 और पोटिंग के नाम 71 इटरनेशल शतक दर्ज है।