फैन्स उम्मीद कर रहे थे कि भारत का इंग्लैंड दौरा बेहद ही रोमांचक मोड़ पर खत्म होगा। भारत 5 मैच की टेस्ट सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई हुई थी और हर किसी को उम्मीद थी कि विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया मेजबानों को मैनचेस्टर टेस्ट में भी पस्त करके सीरीज अपने नाम करेगी। लेकिन भारतीय कैंप में हुई कोरोना वायरस की एंट्री ने सारा रोमांच खत्म कर दिया। इस महामारी की वजह से 5वां टेस्ट रद्द कर दिया गया है और भारत के इंग्लैंड दौरे का निराशाजनक समापन हुआ है। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि रद्द हुआ ये टेस्ट मैच आगे के लिए रिशेड्यूल किया जाएगा, लेकिन तब फैन्स इतने उत्साहित नहीं रहेंगे। खैर अब दौरा तो समाप्त हो चुका है और खिलाड़ी आईपीएल 2021 के लिए यूएई पहुंच रहे हैं, मगर हम आज हम उन विवादों पर प्रकाश डालना चाहेंगे जो सीरीज खत्म होने के बाद भी जारी रहेंगे।
अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखना
आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भारतीय स्पिनर आर अश्विन पैट कमिंस के बाद दूसरे स्थान पर है। हाल ही में हुए इंग्लैंड के भारत दौरे में भी अश्विन ने लाजवाब प्रदर्शन किया था और वह चार मैच की टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों की सूची में 32 विकेट के साथ टॉप पर थे। अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से पहले काउंटी मैच खेला था जहां उन्होंने 6 विकेट चटकाए थे। इन सभी आंकड़ों के बावजूद इस लाजवाब स्पिनर को पूरी टेस्ट सीरीज के दौरान मौका नहीं मिला था। अश्विन से ऊपर रविंद्र जडेजा को टीम मैनेजमेंट ने मौका दिया था। हालांकि जडेजा ने बुरा परफॉर्म नहीं किया, मगर अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठाने के सवाल का जवाब अभी तक किसी को नहीं मिला है।
रहाणे को इतने मौके क्यों?
टीम के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे पिछले काफी समय से अपनी फॉर्म से जूझ रहे है, लेकिन मैनेजमेंट उन पर फिर भी भरोसा जताते हुए लगातार मौके दे रही है। रहाणे की खराब फॉर्म का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 15 टेस्ट मैचों में उन्होंने एक शतक और दो अर्धशतक ही लगाए हैं। वहीं इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में खेले 4 मैचों की बात करें तो उन्होंने 15.57 की औसत से 109 ही रन बनाए हैं। शार्दुल ठाकुर ने दो मैचों में उनसे अधिक 117 रन बनाए हैं।
कब तक बैंच गर्म करते रहेंगे हनुमा विहारी?
7 सितंबर 2018 को भारतीय टेस्ट टीम में डेब्यू करने वाले हनुमा विहार ने अभी तक कुल 12 ही टेस्ट मैच खेलने के मौके मिले हैं। उनके डेब्यू के बाद टीम इंडिया 29 टेस्ट खेल चुकी है और अधिकतर समय विहारी टीम का हिस्सा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा टेस्ट ड्रॉ कराने में विहारी की अहम भूमिका निभाई थी। विहारी उस दौरान चोटिल थे, लेकिन फिर भी आखिरी पारी में 161 गेंदों का सामना करते हुए उन्होंने मैच ड्रॉ कराया था। इसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए आराम दिया गया था, मगर अब जब इंग्लैंड दौरे पर उन्हें स्क्वॉड में जगह मिली थी तो उन्हें मैदान पर उतारा क्यों नहीं। रहाणे की जगह उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह दी जा सकती थी, मगर ऐसा हुआ नहीं।
रद्द हुआ 5वां टेस्ट कब खेला जाएगा
भारतीय कैंप में हुई कोरोनावायरस की एंट्री के बाद मैनटेस्ट टेस्ट को रद्द कर दिया गया था। अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि यह टेस्ट मैच कब होगा क्योंकि यह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा और इसके अंक दाव पर लगे हैं। इंग्लैंड के सीईओ का कहना है कि यह सीरीज यहीं समाप्त हो जाएगी और बचा हुआ टेस्ट मैच अगले साल अलग से खेला जाएगा। सौरव गांगुली इसी महीने इंग्लैंड जाकर इस विषय पर चर्चा करेंगे, लेकिन तब तक रद्द हुए टेस्ट को लेकर स्थिति साफ नहीं है।