लिस्बन। भारत के अग्रणी भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने गुरुवार को यहां जारी मीटिंग सिडडे डी लिस्बोआ टूर्नामेंट में 83.18 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। पांच पुर्तगाली प्रतिभागियों के बीच 23 वर्षीय चोपड़ा का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 83.18 मीटर था, जो स्वर्ण पदक वाला साबित हुआ। चोपड़ा ने छठे और अंतिम प्रयास में यह दूरी नापी। पुर्तगला का कोई भी प्रतियोगी 80 मीटर के निशान को पार नहीं कर सका।
पुर्तगाल के लिएंड्रो रामोस 72.46 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे और पुर्तगाल के ही फ्रांसिस्को फर्नांडीस 57.25 मीटर के थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
चोपड़ा का शुरूआती थ्रो 80.71 मीटर था जबकि उनका दूसरा और तीसरा प्रयास नो थ्रो था। वह चौथे में अच्छी लय हासिल करने में नाकाम रहे और केवल 78.50 मीटर का थ्रो रिकॉर्ड कर सके। उनका पांचवां प्रयास भी नो थ्रो था जबकि आखिरी और छठा थ्रो 83.18 मीटर था।
चोपड़ा ने मार्च में पटियाला में सीजन की सर्वश्रेष्ठ 88.07 मीटर की दूरी नापी थी। लिस्बन के माध्यम से चोपड़ा 18 महीनों के बाद किसी इवेंट में उतरे हैं।
जनवरी 2020 में, उन्होंने पोटचेफस्ट्रूम में दक्षिण अफ्रीकी घरेलू प्रतियोगिता में भाग लिया, जिसमें87.86 मीटर का थ्रो रिकॉर्ड करके टोक्यो ओलंपिक क्वालिफिकेशन स्टैंडर्ड को 85 मीटर से बेहतर किया था। इसके बाद, वह महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा नहीं कर सके।
पिछले हफ्ते उन्हें फ्रांस जाने के लिए वीजा मिला था और फिर वह पुर्तगाल में प्रतिस्पर्धा करने चले गए।