भारत और इंग्लैंड के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच को टीम इंडिया ने 10 विकेट से जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 81 रन पर ढेर होने के बाद भारत के सामने जीत के लिए 49 रन का लक्ष्य रखा था जिसे टीम इंडिया ने बिना विकेट खोए हासिल कर लिया। इससे पहले इंग्लैंड ने भारत को पहली पारी में 145 रन पर समेट दिया था। इस टेस्ट मैच में अक्षर पटेल ने 11 विकेट लिए वहीं आर अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में 400 और अंतरराष्ट्रीय करियर में 600 विकेट पूरे किए थे।
भारत ने सुबह अपनी पहली पारी में 145 रन बनाकर 33 रन की बढ़त हासिल की थी। इंग्लैंड पहली पारी में 112 रन ही बना पाया था।
भारतीय सरजमीं पर दो दिन के अंदर समाप्त होने वाला दूसरा टेस्ट मैच बन जाएगा। इससे पहले 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच दो दिन में समाप्त हो गया था। नरेंद्र मोदी स्टेडियम की स्पिनरों की मददगार पिच पर दूसरे दिन पहले दो सत्र में 17 विकेट गिरे। पिच पूरी तरह से बल्लेबाजों के लिये कब्रगाह बनी हुई है। इंग्लैंड की तरफ से पहली पारी में कामचलाऊ ऑफ स्पिनर जो रूट ने आठ रन देकर पांच और बायें हाथ के स्पिनर जैक लीच ने 54 रन देकर चार विकेट लिये।
इसके बाद भारत की तरफ से अक्षर (32 रन देकर पांच) और अश्विन (48 रन देकर चार) ही इंग्लैंड को थर्राने के लिये काफी थे। वाशिंगटन सुंदर ने केवल चार गेंदे की और इनमें वह विकेट लेने में सफल रहे। इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ अपना न्यूनतम स्कोर बनाया। इससे पहले का रिकार्ड 101 रन था जो उसने 1971 में ओवल में बनाया था।
पहली पारी में छह विकेट लेने वाले अक्षर ने नयी गेंद संभाली और पहली गेंद पर जॉक क्राउली को बोल्ड करके उन्हें गलत लाइन पर खेलने सजा दी। वह पारी की पहली गेंद पर विकेट लेने वाले दुनिया के चौथे और अश्विन के बाद भारत के दूसरे स्पिनर बने। अक्षर डीआरएस के कारण अपनी हैट्रिक पूरी नहीं कर पाये लेकिन तीसरी गेंद पर जॉनी बेयरस्टॉ को बोल्ड करने में सफल रहे। उन्होंने पहली पारी की आखिरी गेंद पर विकेट लिया था। अक्षर ने इसके बाद दूसरे सलामी बल्लेबाज डॉम सिब्ली को पवेलियन भेजा।
उनकी टर्न लेती गेंद सिब्ली के बल्ले को चूमकर विकेटकीपर ऋषभ पंत के दस्तानों में समा गयी। बेन स्टोक्स (25) ने आक्रमण की रणनीति अपनायी और 34 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके भी लगाये लेकिन अश्विन के सामने उनकी फिर से नहीं चली। भारतीय ऑफ स्पिनर ने 11वीं बार स्टोक्स को आउट किया। अक्षर ने अपने घरेलू दर्शकों के सामने जो रूट (19) को पगबाधा आउट करके मैच में दस विकेट लेने का कारनामा किया। रूट गेंद के टर्न को भांपने में नाकाम रहे थे। ओली पोप (12) को लगातार दूसरी पारी में समझ में नहीं आया कि अश्विन को कैसे खेलना है। अश्विन ने इसके बाद जोफ्रा आर्चर को आउट करके टेस्ट मैचों में अपना 400वां विकेट लिया। वह इस मुकाम पर पहुंचने वाले दुनिया के 16वें और भारत के चौथे गेंदबाज हैं। अश्विन यह उपलब्धि हासिल करने वाले छठे स्पिनर बने हैं। इसके बाद इंग्लैंड की पारी सिमटने में देर नहीं लगी।
इससे पहले भारत ने भी अंतिम सात विकेट 31 रन के अंदर गंवाये। भारत के पांच बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे जिनमें रोहित शर्मा ने सर्वाधिक 66 रन बनाये। रूट ने टेस्ट ही नहीं अपने प्रथम श्रेणी करियर में भी पहली बार पारी में पांच विकेट लिये। रोहित ने अपनी अच्छी फार्म दिखायी लेकिन उप कप्तान अंजिक्य रहाणे (एक) फिर से नहीं चल पाये। बायें हाथ के स्पिनरों के सामने अक्सर नाकाम रहने वाले रहाणे को लीच ने पगबाधा आउट किया।
अचानक ही पिच भारतीयों के लिये चुनौतीपूर्ण बन गयी और टीम दबाव में बिखर गयी। रोहित लीच पर स्वीप करने से चूक गये। इसके बाद रूट ने कहर बरपाया और मुंबई में 2004 में जो काम माइकल क्लार्क (नौ रन देकर छह विकेट) ने किया था वही किया। उन्होंने ऋषभ पंत (एक), वाशिंगटन सुंदर (शून्य) और अक्षर पटेल (शून्य) को आते ही पवेलियन भेज दिया। अश्विन (17) और अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे इशांत शर्मा (नाबाद 10) ने आखिर में उपयोगी रन जोड़े।
(भाषा इनपुट के साथ)