आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर विश्व कप पर अपना कब्जा जमा लिया। 217 रनों के लक्ष्य को भारत ने 38.5 ओवरों में 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया। ये चौथी बार है जब भारतीय टीम ने अंडर-19 विश्व कप जीत है। इससे पहले भारत 2000, 2008, 2012 में मोहम्मद कैफ, विराट कोहली, उन्मुक्त चंद की कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप जीत चुका है। इसके साथ ही भारत इस खिताब को सबसे ज्यादा बार जीतने वाली टीम बन गई है।
217 रनों के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को पृथ्वी शॉ और मनजोत कालरा ने बेहतरीन शुरुआत दिलाई। दोनों बल्लेबाजों ने सोच-समझकर बल्लेबाजी की और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खुद पर हावी नहीं होने दिया। दोनों ने कंगारू गेंदबाजों की जमकर खबर ली और लगातार स्कोर को बढ़ाते रहे। दोनों पर ऑस्ट्रेलिया का कोई भी गेंदबाज अपना असर नहीं छोड़ पा रहा था। हालांकि जब भारत का स्कोर 71 रन हुआ तभी शॉ (29) को विल सदरलैंड ने बोल्ड कर अपनी टीम को पहली सफलता दिला दी।
शॉ के आउट होने के बाद भी कालरा और शुभमान गिल ने रनरेट नीचे नहीं आने दिया और तेजी से रन बनाए। इस बीच कालरा ने अपना अर्धशतक भी पूरा कर लिया। दोनों बल्लेबाजों ने टीम के स्कोर को 100 के पार पहुंचा भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। इसके बाद भी कालरा और गिल ने रन बनाना जारी रखा और तेज गति से रन बनाते रहे। दोनों की बल्लेबाजी देखकर लग रहा था कि दोनों जल्दी ही मैच खत्म करना चाहते हैं।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज विकेटों के लिए जूझते और तरसते नजर आ रहे थे। इस बीच ऑस्ट्रेलियाई टीम छींटाकशी करती भी नजर आई। हालांकि इसका भी कोई फायदा ऑस्ट्रेलिया को नहीं मिला और भारत के बल्लेबाज आसानी से रन बनाते रहे। दोनों तीसरे विकेट के लिए 60 रनों की साझेदारी की। हालांकि इसी दौरान परम उप्पल ने शुभमान गिल (31) को बोल्ड कर भारत को दूसरा झटका दिया। लेकिन एक छोर पर कालरा टिककर खेल रहे थे और वो लगातार रन बनाते रहे।
कालरा ने हार्विक देसाई के साथ मिलकर भारत के स्कोर को आगे बढ़ाते रहे। दोनों ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए टीम के स्कोर को 150 के पार पहुंचा दिया। मनजोत कालरा ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतक लगा दिया और देसाई के साथ मिलकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी।
इससे पहले भारत को आईसीसी अंडर-19 विश्व कप जीतने के लिए 217 रन का लक्ष्य मिला था। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल सकी और 47.2 ओवरों में 216 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। भारत को चौथी बार विश्व कप जीतने के लिए 217 रन बनाने होंगे। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जोनाथन मेर्लो ने सबसे ज्यादा (76) रनों की पारी खेली। मेर्लो के अलावा जैक एडवर्ड्स ने (28) रन बनाए। वहीं भारत की तरफ से ईशान पोरेल, शिवा सिंह, अनुकूल रॉय, कमलेश नागरकोटि ने 2-2, शिवम मावी ने 1 विकेट लिया।