हैदराबाद। विराट कोहली की कप्तानी पारी और केएल राहुल के अर्धशतक से भारत ने पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ रिकॉर्ड लक्ष्य हासिल करके छह विकेट की जीत से तीन मैचों की श्रृंखला में शुरुआती बढ़त हासिल की। भारत के सामने 208 रन का लक्ष्य था और उसने सपाट पिच पर 18.4 ओवर में चार विकेट पर 209 रन बनाकर जीत दर्ज की। कोहली ने 50 गेंदों पर छह चौकों और इतने ही छक्कों की मदद से नाबाद 94 रन बनाये जो इस प्रारूप में उनका सर्वोच्च स्कोर है। उन्होंने राहुल (40 गेंदों पर 62 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिये 100 रन की साझेदारी की।
वेस्टइंडीज ने पांच विकेट पर 207 रन बनाये थे। उसकी तरफ से इविन लुईस ने 17 गेंदों पर 40 रन की तूफानी पारी खेली। ब्रेंडन किंग ने 31 रन का योगदान दिया जबकि शिमरोन हेटमेयर (41 गेंदों पर 56 रन) और कप्तान कीरेन पोलार्ड (19 गेंदों पर 37 रन) भी पूरे रंग में दिखे। जैसन होल्डर ने नौ गेंद पर 24 रन की तूफानी पारी खेली। भारत ने इस तरह से सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया। इससे पहले उसने श्रीलंका के खिलाफ 2009 में मोहाली में 207 रन का लक्ष्य हासिल किया था। इस मैच में कुल 27 छक्के लगे जो भारतीय सरजमीं पर नया रिकॉर्ड है।
बड़े लक्ष्य के सामने भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा केवल आठ रन बनाकर पवेलियन लौट गये। राहुल ने शुरू से ही रन बनाने का बीड़ा उठाया। उन्होंने होल्डर के एक ओवर में तीन चौके लगाये और फिर शेल्डन कोटरेल और खारी पियरे पर छक्के जड़े। पावरप्ले समाप्त होने के बाद भारत का स्कोर एक विकेट पर 50 रन था। कोहली ने हमेशा की तरह मौके की नजाकत को परखा और पारी संवारने का जिम्मा अच्छी तरह से निभाया।
जब रन और गेंदों के बीच अंतर बढ़ने लगा तो कोहली ने तीखे तेवर अपनाये। उन्होंने 12वें ओवर में होल्डर पर छक्का जड़ा जिससे टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचा। अपनी पारी के दौरान टी20 अंतरराष्ट्रीय में 1000 रन पूरे करने वाले राहुल ने 37 गेंदों पर अपना सातवां अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने पियरे पर छक्का जमाया लेकिन इसी ओवर में लांग आफ पर आसान कैच दे बैठे। ऋषभ पंत (नौ गेंद पर 18) ने पियरे पर छक्के से शुरुआत की जबकि कोहली ने होल्डर को निशाने पर रखा।
इस तेज गेंदबाज ने उन्होंने लांग आफ पर दर्शनीय छक्का लगाकर अपना 23वां अर्धशतक पूरा किया जो कि इस प्रारूप में नया रिकार्ड है। कोहली और पंत ने केसरिक विलियम्स पर छक्के लगाये जिससे अंतिम चार ओवरों में लक्ष्य 31 रन रह गया। कोटरेल ने ऐसे में किफायती ओवर किया और पंत को भी पवेलियन भेजा और श्रेयस अय्यर (चार) भी नहीं टिक पाये लेकिन इससे जीत का अंतर ही प्रभावित हुआ। कोहली ने पोलार्ड की गेंद छह रन के लिये भेजी और फिर विलियम्स पर दो छक्के लगाकर टीम को जीत दिलायी।
इससे पहले लक्ष्य का पीछा करने में भारत के अच्छे रिकार्ड और बाद में गेंदबाजी करते हुए ओस के प्रभाव को ध्यान में रखकर कोहली ने टास जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया। भारतीय क्षेत्ररक्षण हालांकि अच्छा नहीं रहा। उन्होंने कुछ कैच टपकाये जिनका कैरेबियाई बल्लेबाजों ने पूरा फायदा उठाया। लुईस ने गेंदबाजी का आगाज करने वाले वाशिंगटन सुंदर का स्वागत चौके और छक्के से किया था।
पहले ओवर में लेंडल सिमन्स को पगबाधा आउट करने वाले दीपक चाहर ने अपने दूसरे ओवर में शार्ट पिच गेंद करने का खामियाजा भुगता तथा लुईस और किंग दोनों ने उन पर छक्के लगाये। लुईस ने भुवनेश्वर कुमार का स्वागत भी छक्के से किया जिससे पांचवें ओवर में ही टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंच गया। सुंदर का छोर बदलकर गेंदबाजी के लिये आये और वह लुईस को चकमा देकर पगबाधा आउट करने में सफल रहे जिन्होंने अपनी पारी में तीन चौके और चार छक्के लगाये।
किंग और हेटमेयर ने हालांकि आक्रामकता बरकरार रखी। हेटमेयर ने कुछ गगनदायी छक्के लगाये। इनमें युजवेंद्र चहल की गुगली पर लगाया गया छक्का दर्शनीय था। जडेजा ने किंग को स्टंप आउट करवाकर भारत को तीसरी सफलता दिलायी लेकिन अब पोलार्ड क्रीज पर थे जिन्होंने शिवम दुबे की मध्यम गति की शार्ट पिच गेंदों का पूरा लुत्फ उठाया। हेटमेयर को भारतीय स्पिनर परेशान नहीं कर पाये। उन्होंने चहल पर छक्का जड़कर टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपना पहला अर्धशतक पूरा किया।
इस बीच सुंदर ने दो बार उनके कैच भी छोड़े। रोहित ने भी पोलार्ड को जीवनदान दिया और गेंद छह रन के लिये चली गयी। हालांकि इन दोनों की पारियों का अंत चहल ने ही किया जिन्होंने 36 रन देकर दो विकेट हासिल किये। हेटमेयर ने अपनी पारी में दो चौके और चार छक्के जबकि पोलार्ड ने एक चौका और चार छक्के लगाये।
इन दोनों के तीन गेंद के अंदर आउट होने के बावजूद वेस्टइंडीज होल्डर की दो छक्कों से सजी नाबाद पारी और दिनेश रामदीन के नाबाद 11 रन की मदद से 200 रन का आंकड़ा पार किया। श्रृंखला का दूसरा मैच रविवार को तिरूवनन्तपुरम में खेला जाएगा।