कोलकाता: भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सिरीज़ का पहला मुक़ाबला गुरुवार को कोलकता के ईडन गार्डंस में शुरु होने जा रहा है. टीम इंडिया जहां श्रीलंका के ख़िलाफ़ जीत के अपने रिकॉर्ड को बरक़रार रखना चाहेगी वहीं मेहमान टीम टेस्ट में हाल ही में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ अपनी अभूतपूर्व सफलता को दोहराने की कोशिश करेगी. भारत ने श्रीलंका को तीनों प्रारूपों में हराकर 9-0 से सूपड़ा साफ किया था जबकि श्रीलंका ने इसके बाद अबू धाबी में पाकिस्तान टेस्ट सिरीज़ में को 2-0 से हराकर सबको चौंका दिया था.
श्रीलंका पिछले 35 सालों में भारत में एक भी टेस्ट मैच नहीं जीती है. दोनों के बीच इस दौरान 16 मैच खेले गे हैं. श्रीलंका ने भारत में पहला टेस्ट मैच 1982 में खेला था. आंकड़ों को देखे तो अनुभवहीन टीम को लेकर आये कप्तान दिनेश चांदीमल के लिये राह आसान नहीं होगी. कप्तान की उम्मीदें अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज़ और बायें हाथ के स्पिनर रंगाना हेराथ पर टिकी होंगी जिन्होंने 2009 में भारत का दौरा किया था.
श्रीलंका भले की काग़ज़ पर टीम इंडिया के सामने कमज़ोर हो लेकिन इंडिया इस दौरे को हल्के में नहीं ले रही है क्योंकि ये सिरीज़ पूरी होते ही इंडिया को साउथ अफ़्रीका के दो महीने के दौरे पर जाना है जहां वह तीन टेस्ट, छह वनडे और तीन टी-20 मैच खेलेगी. यही वजह है कि टीम इंडिया श्रीलंका दौरे को पूरी संजीदगी से ले रही है.
जुलाई अगस्त में टेस्ट सिरीज़ के बाद से भारत ने 13 वनडे और छह टी-20 मैच खेले हैं लेकिन खेल के बड़े प्रारुप में खुद को ढालना समस्या नहीं होगी क्योंकि अधिकांश खिलाड़ियों ने अपनी अपनी टीमों के लिये रणजी ट्राफी मैच खेले हैं.
मौसम विभाग ने हालांकि 18 नवंबर तक बारिश की भविष्यवाणी की है. आज सुबह श्रीलंका टीम अभ्यास भी नहीं कर पाई. ईडन की हरी भरी पिच पर भुवनेश्वर कुमार की टीम में वापसी तय है चूंकि तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों को उतारा जा सकता है लेकिन ओपनर धवन, के.एल राहुल और मुरली विजय में से किसे खिलाे और किसे बैठाएं, ये दुविधा कप्तान कोहली के सामने होगी. कलाई की चोट के कारण श्रीलंका दौरे से बाहर रहे मुरली विजय ने ओडिशा के खिलाफ रणजी मैच में 140 रन बनाकर अपना फॉर्म दिखाया है लेकिन अभ्यास के दौरान वह ज्यादा सक्रिय नहीं दिखे. ऐसे संकेत है कि कोहली पारी का आग़ाज़ शिखर धवन और केएल राहुल से ही कराएं. श्रीलंका के ख़िलाफ़ दो शतक जमाने वाले चेतेश्वर पुजारा मध्यक्रम को मजबूती देते हैं. कप्तान कोहली भी बड़ी पारी खेलने को बेताब होंगे. अजिंक्य रहाणे ने भी श्रीलंका के खिलाफ एक शतक और एक अर्धशतक बनाया था. हार्दिक पंड्या की गैर मौजूदगी में आर अश्विन बल्लेबाज़ी में भी अहम भूमिका निभाना चाहेंगे.
भुवनेश्वर ने पिछली बार टेस्ट धर्मशाला में आस्ट्रेलिया के खिलाफ इस साल मार्च में खेला था. अभ्यास सत्रों के दौरान वह अच्छी लय में नजर आये हैं. ईडन पर सितंबर 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले टेस्ट में उन्होंने पांच विकेट लिये थे. उनका साथ उमेश यादव और मोहम्मद शमी देंगे. कुलदीप ने न सिर्फ नेट्स पर गेंदबाजी का अभ्यास किया बल्कि बल्लेबाज़ी सत्र में भी भाग लिया. अब देखना यह है कि जडेजा को बाहर रखा जाता है या कुलदीप को.
श्रीलंका को अगर भारत में टेस्ट जीतने का सपना पूरा करना है तो बल्लेबाज़ों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा. सदीरा समरविक्रमा पारी की शुरुआत कर सकते हैं चूंकि कौशल सिल्वा टीम से बाहर हैं. सलामी बल्लेबाज़ दिमुथ करूणारत्ने ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ दुबई टेस्ट में 196 रन बनाये और वह इस लय को कायम रखना चाहेंगे.
टीम प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया है कि सबसे सीनियर बल्लेबाज़ मैथ्यूज़ का गेंदबाज़ी में इस्तेमाल नही किया जायेगा यानी उनकी ज़िम्मेदारी सिर्फ़ रन बनाने की होगी. उन्होंने आखिरी शतक कोलंबो में अगस्त 2015 में भारत के खिलाफ बनाया था.
गेंदबाजी में रंगाना हेराथ पर बड़ी जिम्मेदारी होगी. चाइनामैन लक्षण संदाकन ने पल्लेकेले टेस्ट में भारत के खिलाफ पांच विकेट लिये थे. भारतीय हालात में हालांकि देखना होगा कि उन्हें मौका मिलता है या आफ स्पिनर दिलरूवान परेरा को.
भारत: विराट कोहली ( कप्तान ), अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, केएल राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, रिधिमान साहा, आर अश्विन, कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा.
श्रीलंका: दिनेश चांदीमल ( कप्तान), लाहिरू तिरिमन्ने, दिमुथ करूणारत्ने, सदीरा समरविक्रमा, निरोशन डिकवेला, दिलरूवान परेरा, रंगाना हेराथ, सुरंगा लकमल, लाहिरू गामेगे, धनंजय डिसिल्वा, एंजेलो मैथ्यूज, लक्षण संदाकन, विश्वा फर्नाडो, दासुन शनाका, रोशन सिल्वा.
मैच का समय: सुबह नौ बजे से