कैंडी: भारतीय बल्लेबाजों के बाद गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन रविवार को पहली पारी में 135 रनों पर सिमटने के बाद श्रीलंकाई टीम ने फॉलोऑन करते हुए में दिन का खेल खत्म होने तक 19 रन के कुल योग पर एक विकेट गंवा दिया है। भारत ने शिखर धवन (119) और हार्दिक पांड्या (108) के शतकों की बदौलत अपनी पहली पारी में 487 रन बनाए थे। इस स्कोर से श्रीलंकाई टीम अब भी 333 रन पीछे है। उसके सामने एक और पारी की हार बचाने का संकट है। पहले टेस्ट मैच में भी वह फॉलोऑन बचाने के लिए जरूरी स्कोर नहीं बना सकी थी लेकिन भारत ने उसे फॉलोऑन नहीं कराया था। दूसरे टेस्ट में हालांकि भारत ने उसे फॉलोऑन कराया और मैच पारी के अंतर से जीता।
फॉलोऑन के लिए मैदान पर उतरी सलामी जोड़ीदार दिमुथ करुणारत्ने (12 नॉटआउट) और उपुल थरंगा (7) लय नहीं पकड़ सके। थरंगा को 15 रन के योग पर उमेश यादव ने बोल्ड कर पवेलियन की राह दिखाई। इसके बाद करुणारत्ने और नाइटवॉचमैन मलिंदा पुष्पकुमारा (0 नॉटआउट) ने कोई और विकेट गंवाए दिन का खेल समाप्त होने तक टीम का स्कोर 19 तक पहुंचाया। इससे पहले, भारत ने अपनी पहली पारी में 487 रन बनाए। दूसरे दिन का खास आकर्षण पांड्या का शतक रहा। अपने करियर का पहला शतक लगाने वाले पांड्या ने 96 गेंदों पर आठ चौके और सात छक्के लगाए और भारत को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। पहले दिन स्टम्प्स तक भारत ने 6 विकेट पर 329 रन बनाए थे। पांड्या एक और रिद्धीमान साहा 13 रनों पर नाबाद लौटे थे। साहा 16 के निजी योग पर आउट हुए। इसके बाद कुलदीप यादव (26) ने पांड्या का अच्छा साथ दिया। पांड्या ने कुलदीप और उमेश यादव (नाबाद 3) के साथ अर्धशतकीय साझेदारी निभाई। पांड्या भारत की ओर से अंतिम विकेट के तौर पर पवेलियन लौटे।
श्रीलंका की ओरे लक्षणा संदाकन ने पांच सफलता हासिल की जबकि पुष्पकुमारा ने तीन विकेट लिए। विश्व फर्नाडो को भी दो विकेट लिए लेकिन ये सभी पांड्या को कुछ कीर्तिमान बनाने से नहीं रोक सके। पांड्या टेस्ट शतक के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सैकड़ा का खाता खोला। ऐसा करने वाले वह पांचवें भारतीय हैं। पांड्या पुष्पकुमारा के एक ओवर में तीन छक्कों और दो चौकों की मदद से 26 रन बनाए। यह टेस्ट प्रारूप के इतिहास में किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा एक ओवर में बनाए गए सबसे अधिक रन हैं। पांड्या ने इस क्रम में कपिल देव के रिकॉर्ड को पार किया। कपिल ने लॉर्डस में 1990 में इंग्लैंड के गेंदबाज एडी हमिंग्स के एक ओवर में 24 रन बनाए थे। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने कुलदीप (40-4) के नेतृत्व में शानदार खेल दिखाते हुए मेजबान टीम को पहली पारी में 135 रनों पर समेट दिया। कुलदीप के अलावा रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद समी ने दो-दो सफलता हासिल की जबकि पांड्या भी एक विकेट लेने में सफल रहे।
मेजबान टीम की ओर से कप्तान दिनेश चांडीमल ने सबसे अधिक 48 रन बनाए। इसके अलावा निरोशन डिकलेवा ने 29 रनों की पारी खेली लेकिन इसके अलावा कोई और बल्लेबाज अपनी छाप नहीं छोड़ सका। इस तरह मेजबान टीम फॉलोऑन के लिए भी जरूरी स्कोर नहीं बना सकी। भारत ने श्रीलंका को फॉलोऑन करने के लिए कहा और उमेश ने सत्र के अंतिम पहर में थरंगा को आउट करते हुए अपनी टीम को एक बार फिर पारी के अंतर से जीत हासिल करने की दिशा में अग्रसर किया।