नयी दिल्ली: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को मोहाली में श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में दोहरा शतक लगाकर एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. इस दोहरे शतक के साथ ही वह वनडे में तीन दोहरे शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज़ बन गए हैं. आपको बता दें कि रोहित ने कुछ समय पहले ही एक टीवी शो में वनडे क्रिकेट में एक कारनामा करने की अपनी हसरत ज़ाहिर की थी. ज़ाहिर है इस कारनामे का संबंध ऐसी चीज़ से था जो अभी तक किसी ने नहीं किया. रोहित शर्मा की हसरत वनडे में तीसरा दोहरा शतक लगाने की नहीं थी.
बहरहाल रोहित ने तीसरा शतक लगा दिया और टीम इंडिया ने तीन मैचों की सिरीज़ 1-1 से बराबर कर ली. 'हिटमैन' के नाम से मशहूर रोहित ने अपनी नाबाद 208 रन की पारी के दौरान 153 गेंदों का सामना किया और 13 चौके और 12 छक्के लगाए. उनका स्ट्राइक रेट 135.95 था.
दरअसल, रोहित ने कुछ समय पहले टीवी शो ''ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस'' में कहा था कि वह वनडे इंटरनेशनल में तिहरा शतक लगाना चाहते हैं. उन्होंने कहा था, ''वनडे में 300 रन की पारी खेलना आसान नहीं है लेकिन मैं इसके लिए भरपूर कोशिश करूंगा. मैं जब भी बल्लेबाजी के लिए जाता हूं लोग मुझसे 300 रन का स्कोर चाहते हैं. जब मैं फील्डिंग के दौरान बाउंड्री के आसपास या एयरपोर्ट पर होता हूं तो लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं 300 रन कब बना रहा हूं. यह दिखाता है कि भारत, एक देश के रूप में आपसे अधिक बेहतर करने की उम्मीद नहीं छोड़ता. मैं इसके लिए पूरी कोशिश करूंगा.''
जब रोहित से पूछा गया था कि पूर्व के दो दोहरे शतक (209 और 264 रन ) में से कौन सा उनका पसंदीदा है तो उन्होंने कहा, ''मैं खुद इसको लेकर भ्रम की स्थिति में हूं. यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब मेरे पास नहीं है. दोनों दोहरे शतक अपने लिहाज से अहम थे. 209 रन की पारी सीरीज के निर्णायक मैच में आई थी. टीम इस समय खराब स्थिति में थी. शिखर धवन जल्दी आउट हो गए थे और इसके बाद विराट रन आउट हो गए थे. ऐसे में मेरे ऊपर काफी दबाव था. स्थिति इस तरह की थी कि यदि मैं रन नहीं बनाता तो टीम सीरीज हार जाती.''
एक अन्य दोहरे शतक (264 रन विरुद्ध श्रीलंका) के बारे में उन्होंने कहा, ''मुझे इस पारी ने इसलिए खुशी दी क्योंकि मैंने अंगुली की चोट से उबरकर तीन माह बाद क्रिकेट में वापसी की थी. रोहित ने बताया कि वे बेहद नर्वस थे, लेकिन विकेट पर कुछ समय गुजारने के बाद मेरा आत्मविश्वास बढ़ गया. रोहित के अनुसार, इस मैच के बाद हमारे तत्कालीन कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि मैं आसानी से वनडे में 300 रन बना सकता हूं.''