गुवाहाटी। नए साल में भारतीय टीम के श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में सभी की निगाहें वापसी करने वाले जसप्रीत बुमराह के प्रदर्शन पर लगी होंगी। पीठ के स्ट्रेस फ्रेक्चर के कारण चार महीने तक बाहर रहे बुमराह इस भारतीय टीम के लिये काफी महत्वपूर्ण हैं और इस साल होने वाले टी20 विश्व कप को देखते हुए उन्हें सतर्कता के साथ इस्तेमाल किया जा रहा है। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के हस्तक्षेप के बाद उन्हें गुजरात के लिए घरेलू प्रथम श्रेणी मैच के लिये भी छूट दे दी गई थी।
ऐसा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी में उनके कार्यभार को ध्यान में रखते हुए किया गया। वर्ष 2019 में जहां 50 ओवर के प्रारूप पर ध्यान लगा था तो वहीं मौजूदा साल में टी20 अंतरराष्ट्रीय पर ध्यान लगाया जायेगा। अक्टूबर में पर्थ में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 विश्व कप अभियान शुरू करने से पहले भारतीय टीम इसी मुहिम में करीब 15 टी20 मैच खेलेगी। इंडियन प्रीमियर लीग के समाप्त होने तक टीम में जगह बनाने वाले खिलाड़ियों के स्थान स्पष्ट होने की संभावना नहीं है।
लेकिन मौजूदा कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली इस मौजूदा श्रृंखला में सभी के प्रदर्शन पर निगाह लगाये होंगे। श्रृंखला रविवार से बारसापारा स्टेडियम में शुरू होगी और असम में सबसे बड़े शहर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। भारतीय टीम साथ ही यह भी देखना चाहेगी कि मुख्य तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (आराम दिया गया), दीपक चाहर (स्ट्रेस फ्रेक्चर) और भुवनेश्वर कुमार (स्पोर्ट्स हर्निया) की अनुपस्थिति नवदीप सैनी और शार्दुल ठाकुर डेथ ओवरों में बुमराह के साथ दबाव का सामना किस तरह करते हैं।
वाशिंगटन सुंदर भी ऐसा प्रदर्शन करना चाहेंगे कि यह सुनिश्चित हो जाये कि किसी भी समय कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल में से अंतिम एकादश में किसी एक का ही चयन हो। शिवम दुबे निश्चित रूप से ऊंचे शाट लगाते हैं लेकिन यह देखना होगा कि उनकी ‘सीम अप’ वाली गेंद सपाट पिच कैसा प्रदर्शन करती है। हार्दिक पंड्या पूरी तरह फिट हैं और यह देखना होगा कि वह एक्शन में कब वापसी करते हैं।
सबसे अहम सवाल ऋषभ पंत का प्रदर्शन है क्योंकि संजू सैमसन पहले ही छह टी20 मैचों में बेंच पर रहे और महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति से चीजें थोड़ी अस्थिर हैं। शिखर धवन के लिए भी यह श्रृंखला महत्वपूर्ण है जो टीम के घुटने की चोट के बाद वापसी कर रहे हैं। वह उप-कप्तान रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में प्रभावित करने की कोशिश करेंगे क्योंकि दूसरे छोर पर लोकेश राहुल भी शानदार फार्म में चल रहे हैं।
प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी में दिल्ली के बाएं हाथ के खिलाड़ी ने रणजी ट्राफी मैच में हैदराबाद के खिलाफ 140 रन बनाये। उन्होंने 2019 में टी20 मैचों की 12 पारियों में 272 रन बनाए हैं। श्रीलंका को अपनी अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में आस्ट्रेलिया में 0-3 की शिकस्त झेलनी पड़ी क्योंकि उनके बल्लेबाजों का प्रदर्शन लचर रहा था और उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाहें लगी होंगी।
टीम कुसल परेरा पर बहुत निर्भर है जिन्होंने अक्टूबर-नवंबर में आस्ट्रेलिया में तीन मैचों में 100 रन बनाये थे। श्रीलंकाई टीम पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज की वापसी से भी काफी उम्मीद लगाये होगी जिन्होंने अंतिम बार अगस्त 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक टी -20 मैच खेला था। भारत ने यहां अपना एकमात्र टी20 मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 10 अक्टूबर 2017 को खेला था जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था। मैच के बाद होटल लौटते हुए टीम की बस पर पत्थर भी फेंके गये थे। इससे कोहली के पुरुषों के लिए यहां अपना खराब रिकार्ड सुधारने का समय है।
टीमें इस प्रकार है। भारत: विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, संजू सैमसन, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिवम दुबे, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी और वाशिंगटन सुंदर।
श्रीलंका: लसिथ मलिंगा (कप्तान), धनुष्का गुणतिलक, अविष्का फर्नांडो, एंजेलो मैथ्यूज, दासुन शनाका, कुसल परेरा, निरोशन डिकवेला, धनंजय डि सिल्वा, इसुरु उडाना, भानुका राजपक्षे, ओशदा फर्नांडो, वानिंदु हसरंगा, लाहिरु कुमारा, कुसल मेंडिस, लक्षण संदाकन और कसुन राजिता। मैच भारतीय समयानुसार शाम सात बजे शुरू होगा।