जोहानसबर्ग: बुधवार को जह यहां तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच शुरु होगा, टीम इंडिया की कोशिश होगी कि उसका सिरीज़ में सूपड़ा साफ़ न हो जाए. टीम इंडिया 0-2 से पिछड़ी हुई है. वैंडरर्स का विकेट तेज़ गेंदबाज़ों का स्वर्ग माना जाता है और फिलहाल बताया जा रहा है कि विकेट पर घास है. साउथ अफ़्रीका के कप्तान फ़ाफ़ डू प्लेसिस ने भी तेज़ और उछाल वाले विकेट की मांग की है. सेंचुरियन का विकेट धीमा था जिसे लेकर मेज़बान टीम ने नाराज़गी का इज़हार किया था.
ग्राउंड्समैन बेथुएल बुथेलेज़ी ने एक स्थानीय अख़बार से कहा है कि वह "green mamba" (ग्रीन पिच) बना रहे हैं जिस पर तेज़़ गेंदबाज़ कहर बरपा कर सकते हैं. लेकिन भारत के लिए अच्छी बात ये है कि वह यहां एक भी टेस्ट नहीं हारा है. यहां 1992-93 में उसने एक मैच जीता था जबकि दो मैच ड्रॉ रहे थे. 2006-7 में साउथ अफ़्रीका को हार का मुंह देखना पड़ा था. श्रीसंत ने यहां 30 रन देकर पांच विकेट लिए थे और साउथ अफ़्रीका अपनी पहली पारी में 84 के स्कोर पर आउट हो गई थी. भारत ने ये मैच 123 रन से जीता था. भारत ने साउथ अफ़्रीका में 19 टेस्ट खेले हैं और दो में उसे जीत मिली है जबकि 10 टेस्ट हारा है.
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने जहां पहले दो मैच में हार के लिए बल्लेबाज़ों को ज़िम्मेवार ठहराया वहीं गेंदबाज़ों की तारीफ़ की है जिन्होंने दोनों मैचों में 20 विकेट लिए हैं. कोहली का मानना है कि गेंदबाज़ों की वजह से उन्हें तगड़े मुक़ाबले की उम्मीद है. 2013-14 में कोहली ने यहां पहली पारी में 119 और दूसरी पारी में 96 रन बनाए थे. ये टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया था. साउथ अफ़्रीका को यहां जीत के लिए 458 रन बनाने थे लेकिन वह सात विकेट खोकर 450 रन ही बना पाई थी. इससे लगता है कि अगर बल्लेबाज़ टिककर बल्लेबाज़ी करे तो रन बन सकते हैं.
इस मैच में चेतेश्वर पुजारा ने दूसरी पारी में 153 रन बनाए थे लेकिन इस सिरीज़ में वह चार पारियों में 49 रन ही बना सके हैं. सेंचुरियन टेस्ट में वह दोनों पारियों में रन आउट हुए थे. अजंक्य रहाणे पहले दो मैचों में नहीं खेले थे लेकिन उन्होंने तीसरे टेस्ट मैच के पहले नेट्स पर ख़ूब अभ्यास किया है और लगता है कि उन्हों प्लेइंग XI में जगह मिलेगी. विदेश में उनका रिकॉर्ड भी अच्छा है.
रिद्धिमन साहा के घायल होने के बाद दिनेश कार्तिक को बुलाया गया है और जिस तरह से पार्थिव पटेल ने दूसरे टेस्ट में विकेट कीपिंग की है, उनकी जगह कार्तिक को टीम में रखा जा सकता है.
साउथ अफ़्रीका की गेंदबाज़ी बहुत मज़बूत है और बल्लेबाज़ी तथा फ़ील्डिंग में भी वे भारत से बेहतर रहे हैं. इसे देखकर लगता है कि उनके जीतने की संभावना ज़्यादा है लेकिन फिर भी वे कोई कोताही नहीं बरतना चाहेंगे. मैच के दौरान बारिश होने की भी संभावना है.
संभावित टीम:
साउथ अफ़्रीका: फ़ाफ़ डू प्लेसिस (कप्तान), डीन एल्गर, ऐडन मार्करम, हाशिम आमला, एबी डी विलियर्स, क्विंटन डिकॉक, वर्नोन फ़िलेंडर, केशव महाराज, कगिसो रबाडा. मॉर्ने मॉर्कल, लुंगी नगिडी.
भारत: विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, अजंक्य रहाणे, हार्दिक पंड्या, दिनेश कार्तिक, रविचंद्रन अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बूमराह.